सीजी भास्कर, 5 अक्टूबर। रेल यात्रा के दौरान किसी यात्री के अचानक बीमार पड़ने या दुर्घटना में घायल होने की स्थिति में अब इलाज पाना आसान होगा। रेलवे ने निर्णय लिया है कि नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली सराय रोहिल्ला, गाजियाबाद, मेरठ सिटी, पानीपत और रोहतक जैसे प्रमुख स्टेशनों पर आपातकालीन चिकित्सा कक्ष (Emergency Medical Room – EMR) स्थापित किए जाएंगे।
इन चिकित्सा कक्षों में 24 घंटे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे। साथ ही जीवन रक्षक (Emergency Treatment Railway Station) दवाएं और आधुनिक उपकरण उपलब्ध होंगे। जरूरत पड़ने पर मरीज को नजदीकी अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर भी भेजा जा सकेगा।
यात्रियों को कैसे मिलेगी सुविधा
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि ट्रेन में बीमार होने की स्थिति में यात्री:
हेल्पलाइन 139 पर कॉल कर सकते हैं,
“मदद” मोबाइल एप का इस्तेमाल कर सकते हैं,
या फिर सीधे टीटीई और गार्ड को सूचना देकर चिकित्सा सहायता मंगा सकते हैं।
यदि ट्रेन ऐसे स्टेशन पर रुकती है जहां EMR उपलब्ध है, तो यात्री का तत्काल वहीं इलाज हो सकेगा। नई दिल्ली स्टेशन (Emergency Treatment Railway Station) पर यह सुविधा पहाड़गंज और अजमेरी गेट दोनों ओर उपलब्ध होगी।
मेरठ, पानीपत और रोहतक पर विशेष ध्यान
दिल्ली मंडल ने स्पष्ट किया है कि इस योजना में मेरठ सिटी, पानीपत और रोहतक स्टेशनों को भी प्राथमिकता दी गई है। यहां के यात्रियों को अब इलाज के लिए बाहर दौड़ना नहीं पड़ेगा। निजी भागीदारी से शुरू होने वाली यह सेवा यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पहल
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पहले एम्स दिल्ली के विशेषज्ञों की समिति गठित की गई थी। समिति की सिफारिश पर रेलवे ने सभी स्टेशनों और ट्रेनों में मेडिकल बॉक्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और प्राथमिक उपचार (Emergency Treatment Railway Station) किट उपलब्ध कराई थी। साथ ही टीटीई, गार्ड और स्टेशन मास्टर जैसे कर्मचारियों को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहले ही राज्यसभा में बता चुके हैं कि रेलवे चिकित्सा सुरक्षा को लेकर व्यापक सुधार कर रहा है और नई व्यवस्था उसी का हिस्सा है।