बिहार में चुनाव से पहले एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं से खौफ का माहौल है. सीतामढ़ी जिले के सबसे व्यस्त मेहसौल चौक पर शनिवार को व्यवसायी पुटू खान के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई है.
सड़क पर शव रखकर परिजनों ने किया प्रदर्शन
गंभीर रूप से घायल पुटू खान को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है. सीसीटीवी फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान की कोशिश की जा रही है.
पुटू खान की हत्या के विरोध में परिजनों ने शव के साथ सड़क पर प्रदर्शन किया और पोस्टमार्टम नहीं होने देने की जिद पर अड़ गए. गुस्साए लोगों ने मीडियाकर्मियों को विजुअल बनाने से भी रोका. आशंका जताई जा रही है कि हत्या का संबंध जमीन से जुड़े कारोबार से हो सकता है.
पटना में स्वास्थ्य अधिकारी की हत्या
वहीं दूसरी ओर, पटना जिले के पिपरा इलाके के शेखपुरा गांव में शनिवार शाम 50 वर्षीय ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी सुरेंद्र कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई. उन्हें उस वक्त गोली मारी गई जब वह अपने खेत में काम कर रहे थे. स्थानीय लोगों ने खेत की ओर से गोली चलने की आवाज सुनी. मौके पर पहुंचने पर सुरेंद्र कुमार खून से लथपथ पड़े मिले. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष थे सुरेंद्र कुमार
एसडीपीओ कन्हैया सिंह ने बताया कि सुरेंद्र कुमार न केवल स्वास्थ्य विभाग से जुड़े थे, बल्कि भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष भी रह चुके थे. उनकी हत्या से गांव में तनाव का माहौल है और राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है। पुलिस ने मौके से कुछ सुराग जुटाए हैं और आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है. एक ही दिन में दो हत्याओं ने एक बार फिर बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. आम जनता में दहशत है और प्रशासन पर हमलावरों को जल्द गिरफ्तार करने का दबाव बढ़ रहा है.