सीजी भास्कर, 27 जून : अहमदाबाद में हाल ही में हुए भयावह विमान हादसे के बाद भारत में (fear of flying after Air India crash) की भावना तेजी से बढ़ी है। एअर इंडिया की फ्लाइट 171 में सवार 260 यात्रियों की जान खतरे में पड़ने के बाद देशभर में हवाई यात्रा को लेकर आशंका और भय का माहौल बन गया है।
भारतीय पर्यटन ऑपरेटर संघ के अनुसार, इस हादसे के बाद उड़ानों की कुल बुकिंग में 15-20 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि 30-40 प्रतिशत तक यात्रियों ने पहले से बुक की गई टिकटें भी रद्द कर दी हैं। (fear of flying after Air India crash) अब केवल एक चिंता नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्या बन चुकी है।
थेरेपी सेंटर में बढ़ी मांग, कोर्स की पूछ में उछाल
बेंगलुरु स्थित “कॉकपिट विस्टा” सेंटर के संस्थापक और पूर्व वायुसेना अधिकारी दिनेश के. ने बताया कि के बाद से उनके $500 वाले थेरेपी कोर्स की मांग 10 गुना तक बढ़ गई है। यह कोर्स लोगों को उड़ान से जुड़ी आशंकाओं, आवाजों और कंपन जैसे अनुभवों के डर से उबारने में मदद करता है।
पहले जहां औसतन प्रति माह 10 लोग जानकारी लेते थे, वहीं अब 100 से अधिक लोग केंद्र से परामर्श ले चुके हैं। सिमुलेटर में यात्रियों को सिखाया जाता है कि टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान क्या होता है और कैसे हर कंपन या आवाज कोई खतरे का संकेत नहीं होती। (fear of flying after Air India crash) के मानसिक प्रभाव इतने गंभीर हैं कि कई यात्रियों ने खुद को ‘मानसिक रूप से टूटा हुआ’ बताया।
वायरल क्लिप से दहशत और गहराई
12 जून की दुर्घटना के बाद वायरल हुआ 59 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज (fear of flying after Air India crash) के डर को और गहराता जा रहा है। इसमें देखा गया कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर टेकऑफ के 60 सेकंड के भीतर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और एक इमारत से टकराकर जलने लगा।
इस क्लिप ने मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। गूगल ट्रेंड्स से भी स्पष्ट है कि “fear of flying” भारत में तेजी से सर्च किया जा रहा है और लोगों की हवाई यात्रा में दिलचस्पी अब ‘विमान के प्रकार’ जैसे विशिष्ट सवालों में बदल गई है। (fear of flying after Air India crash) के प्रभाव से यात्री अब ड्रीमलाइनर जैसी उन्नत तकनीक वाले विमानों से भी दूरी बना रहे हैं।
एयरलाइंस पर गिरावट का सीधा असर
पर्यटन समूहों और एजेंटों के अनुसार, पहले यात्रियों को एयरलाइन या विमान के प्रकार की कोई खास परवाह नहीं होती थी, लेकिन अब लोग “यह किस प्रकार का विमान है?” जैसे सवाल पूछ रहे हैं। से उपजा यह संकोच भारतीय एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक चेतावनी संकेत है।