सीजी भास्कर, 15 सितंबर। नवरात्रि का माहौल हर तरफ महसूस किया जा रहा है। गरबा और दुर्गा पंडालों के लिए तैयारियां अपने चरम पर हैं, लेकिन पुलिस ने चेतावनी दी है कि उत्सव के दौरान सुरक्षा और नियमों की अनदेखी बिल्कुल न हो। अधिकारियों के अनुसार, यदि व्यवस्थाओं में चूक हुई तो यह केवल आनंद को प्रभावित नहीं करेगी बल्कि कानूनन (Festival Safety) भी चुनौतीपूर्ण स्थिति बन सकती है।
पुलिस अधीक्षक ने समिति के सदस्यों को निर्देश दिया कि आयोजनों में पारंपरिक एवं धार्मिक आस्था के साथ-साथ सामाजिक दृष्टिकोण से सावधानी बरती जाए। प्रत्येक पंडाल और आयोजन स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने होंगे। उन्होंने बताया कि सही व्यवस्थाओं के बिना गरबा और अन्य कार्यक्रमों का आनंद हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं रहेगा। इस पर समिति के पदाधिकारी गंभीर नजर आए और हर पंडाल की जिम्मेदारी तय की गई।
राजनांदगांव जिले, शहर क्षेत्र के प्रमुख स्थल क्वांर में पुलिस अधीक्षक ने बैठक लेते हुए साफ निर्देश दिए कि आयोजनों के दौरान कोई भी सड़क में (Festival Safety) के दृष्टिकोण से बाधा नहीं डाले। एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और अन्य आपातकालीन सेवाओं के मार्ग हमेशा खुले रखने होंगे। साथ ही, साउंड सिस्टम का उपयोग रात 10 बजे तक ही निर्धारित मापदण्डों के अनुसार किया जाए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि गरबा और अन्य कार्यक्रमों में धार्मिक आस्था और पारंपरिक तरीका बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। प्रत्येक पंडाल में पर्याप्त (Festival Safety) के लिए सीसीटीवी, लाईटिंग और वालंटियर्स की व्यवस्था की जाएगी। आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई सुनिश्चित करने और डस्टबिन पर्याप्त संख्या में लगाने का निर्देश भी दिया गया। शहर की टीम लगातार पेट्रोलिंग करेगी और किसी भी समस्या की सूचना 112 नंबर पर दी जा सकती है।
उन्होंने समितियों को चेताया कि यदि कोई पंडाल नियमों के विरुद्ध संचालन करता है या आयोजनों में अनुशासन नहीं रहता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शहरवासियों से अपील की गई कि वे भी इस नवरात्रि पर्व में सहयोग करें और (Festival Safety) का ध्यान रखें।
बैठक में अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक वैशाली जैन सहित दुर्गा उत्सव समितियों के पदाधिकारी उपस्थित थे। इस योजना का उद्देश्य केवल उत्सव का आनंद बढ़ाना नहीं बल्कि शहर में (Festival Safety) सुनिश्चित करना है।