सीजी भास्कर, 28 नवंबर। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-0 की करारी सीरीज हार के बाद भारतीय टीम (Gautam Gambhir Coach Controversy) के प्रदर्शन पर चारों तरफ से सवाल उठ रहे हैं। कोलकाता की टर्निंग पिच पर 30 रन की हार और गुवाहाटी टेस्ट में 408 रन से शर्मनाक पराजय के बाद भारत का सफाया हो गया।
इसी बीच कोलकाता टेस्ट के बाद हेड कोच गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने आग में घी का काम किया। गंभीर ने पिच का खुलकर बचाव किया और खिलाड़ियों की तकनीक पर सवाल उठाए। यही बयान अब उन पर भारी पड़ सकता है।
BCCI गंभीर के बयानों से नाखुश
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार गंभीर की टिप्पणियां टीम की रणनीति, प्रबंधन और चयन पर सवाल खड़े करती हैं। यह बोर्ड को पसंद नहीं आया। मौजूदा स्थिति में विकल्पों की कमी है, इस वजह से BCCI अभी तुरंत कोई कड़ा निर्णय नहीं लेगा। लेकिन यह भी तय है कि गंभीर की कुर्सी फिलहाल खतरे से बाहर नहीं है (Head Coach Position Risk)।
साल के अंत में उनकी परफॉर्मेंस की समीक्षा होगी और यदि टीम अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप में भी फ्लॉप होती है, तो गंभीर को हटाने का फैसला लगभग तय माना जा रहा है।
Gautam Gambhir Coach Controversy और गंभीर का विवादित बयान
कोलकाता टेस्ट हारने के बाद गौतम गंभीर ने ऐसा बयान दे दिया, जिससे पूरा भारतीय क्रिकेट गलियारा हिल गया। गंभीर ने कहा कि ईडन की वही टर्निंग पिच तैयार कराई गई थी, जिसकी टीम इंडिया ने मांग की थी। उन्होंने साफ कहा कि क्यूरेटर ने पूरी तरह सहयोग किया, पिच बिल्कुल वैसी थी जैसी टीम चाहती थी।
गंभीर यहीं नहीं रुके। उन्होंने बल्लेबाज़ों की तकनीक पर सवाल रखते हुए कहा कि विकेट मुश्किल नहीं था, “अगर तकनीक और मानसिक मजबूती होती तो इस पिच पर रन बनाए जा सकते थे। खेलना नामुमकिन कुछ भी नहीं था।
गंभीर के इस बयान ने सीधे-सीधे भारतीय बल्लेबाजी पर उंगली उठाई और इसी वजह से BCCI के अंदर नाराज़गी साफ दिख रही है। बोर्ड इसे टीम मैनेजमेंट की असफलता का खुला एक्सपोज़ मान रहा है, और यही बात गंभीर के भविष्य पर भारी पड़ सकती है।
रणनीति और तैयारी पर गंभीर सवाल
भारत को न सिर्फ काली मिट्टी की कोलकाता पिच पर, बल्कि लाल मिट्टी वाली गुवाहाटी पिच पर भी संघर्ष करना पड़ा। इससे टीम की तैयारी, मानसिक दृढ़ता और अनुकूलन क्षमता पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। पूर्व खिलाड़ियों का कहना है कि भारत ने घर में लगातार खराब प्रदर्शन किया है और यह सिर्फ पिच का मुद्दा नहीं, बल्कि रणनीति, चयन और मानसिक तैयारी का संकट है।
BCCI की बड़ी समीक्षा बैठक जल्द
सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड जल्द ही एक “मेगा रिव्यू मीटिंग” बुलाएगा जिसमें गंभीर, मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर और टीम प्रबंधन शामिल होंगे (BCCI Review Meeting)। स्प्लिट कोचिंग यानी अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग कोच की संभावना अभी बहुत दूर की चीज मानी जा रही है क्योंकि विकल्प सीमित हैं।
एक वरिष्ठ बोर्ड अधिकारी ने कहा कि व्हाइट बॉल सीज़न खत्म होने के बाद बड़ी बातचीत होगी… गंभीर की स्थिति पर निर्णायक फैसला उनकी उपलब्धियों पर निर्भर करेगा।
