सीजी भास्कर, 21 अगस्त। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिला मुख्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह में एक गजब का वाकिया हुआ। मुख्य अतिथि के साथ कलेक्टर और एसपी को परंपरा के तहत कबूतर उड़ाने के लिए दिया गया। पूर्व मंत्री पुन्नूराम मोहले समारोह के चीफ गेस्ट थे। मोहले और कलेक्टर का कबूतर आसमान में उड़ गया। मगर एसपी ने जैसे ही कबूतर को उड़ाया वह हाथ से छूटकर मंच से नीचे गिर गया। बताते हैं, कुछ देर फड़फड़ाने के बाद उसकी मौत हो गई।
जी हां, ये “पंचायत” वेब सीरीज की कहानी तो बिल्कुल नहीं है। SP के हाथ से कबूतर गिरने का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया में कमेंट्स की झड़ी लग गई। कोई लिख रहा, SP साहेब को कबूतर को जोर से दबाना नहीं चाहिए था, तो कोई पूछ रहा एसपी को बीमार कबूतर क्यों थमा दिया गया..?
उधर, कबूतर एपिसोड में नाटकीय मोड़ तब आया जब एसपी ने कलेक्टर को पत्र लिख घटना की जांच की मांग कर डाली। उन्होंने पत्र में लिखा है कि 15 अगस्त जैसे कार्यक्रम की संजीदगी से तैयारी की जाती है। जिम्मेदार लोगों की ड्यूटी लगाई जाती है। बावजूद इसके बीमार कबूतर मुझे उड़ाने के लिए दिया गया? इसकी जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह भी लिखा है कि अगर मुख्य अतिथि के हाथों से कबूतर गिरने की घटना हुई होती तो बवाल मच जाता, इसलिए इसकी जांच आवश्यक है। एसपी के पत्र से प्रतीत हो रहा कि वे इस घटना से बेहद आहत हैं। हालांकि, कलेक्टर ने ऐसे किसी पत्र से इंकार किया मगर बाद में माना कि एसपी का पत्र मुझे मिला है…इसकी जांच की जा रही है। कलेक्टर राहुल देव ने इस पूरे मसले पर जांच हेतु पशु चिकित्सा विभाग को आदेशित कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं ।