सीजी भास्कर, 5 सितंबर। असम सरकार ने एक अनूठी और भावनात्मक योजना(Government Special Leave) शुरू की है। राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों को नवंबर में 2 दिन का विशेष आकस्मिक अवकाश (Special Casual Leave) मिलेगा, ताकि वे अपने माता-पिता या सास-ससुर के साथ समय बिता सकें। यह छुट्टियां 14 और 15 नवंबर 2025 को दी जाएंगी। योजना का नाम है – ‘मातृ-पितृ वंदना’।
सीएम हिमंत की पहल
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस योजना(Government Special Leave) की घोषणा साल 2021 में अपने पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन में की थी। उनका मानना है कि आधुनिक जीवन की भागदौड़ में लोग अक्सर अपने बुजुर्ग माता-पिता और ससुराल पक्ष के माता-पिता को पर्याप्त समय नहीं दे पाते।
किन्हें नहीं मिलेगी छुट्टी?
जिन कर्मचारियों के माता-पिता या सास-ससुर जीवित नहीं हैं, उन्हें इस योजना(Government Special Leave) का लाभ नहीं मिलेगा। यह छुट्टी मनोरंजन या यात्रा के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ माता-पिता/सास-ससुर की सेवा और साथ बिताने के लिए होगी।
असम बना मिसाल
यह पहल न केवल फैमिली बॉन्डिंग को मजबूत करेगी, बल्कि बुजुर्गों के सम्मान और देखभाल को भी बढ़ावा देगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अन्य राज्य भी इस तरह की योजनाएं अपनाएं तो संयुक्त परिवार और भारतीय परंपराओं को और मजबूती मिलेगी।