सीजी भास्कर, 17 अक्टूबर। केंद्र सरकार जल्द ही उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादर और नगर हवेली तथा दमन और दीव सहित अन्य राज्यों के राज्यपालों में बदलाव कर सकती है, जो लंबे समय से सेवायें दे रहे हैं। यह फेरबदल अक्टूबर या नवंबर के अंत में हो सकता है, जिसमें उन नामों पर विचार किया जाएगा, जो पहले 3 से 5 वर्षों तक सेवाएं दे चुके हैं।
संभावित नए नाम
सूत्रों के अनुसार, अटकलें हैं कि जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की जगह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महासचिव राम माधव को नियुक्त किया जा सकता है। इसके अलावा, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को भी नई भूमिका में देखा जा रहा है। अंडमान और निकोबार के उप राज्यपाल देवेंद्र कुमार को भी केरल या जम्मू और कश्मीर में नई जिम्मेदारी दी जा सकती है, जो अक्टूबर 2017 से राज्यपाल हैं।
जम्मू और कश्मीर तथा हरियाणा में नई सरकार के गठन या झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के बाद फेरबदल किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, लोकसभा चुनावों से दूर रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी राज्यपाल या उपराज्यपाल बनाया जा सकता है, जिनमें अश्विनी चौबे, वीके सिंह और मुख्तार अब्बास नकवी जैसे नाम शामिल हैं।
3-5 साल से पद पर रहने वाले राज्यपाल
कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत और गुजरात के आचार्य देवव्रत 3 साल से अधिक समय से इस पद पर हैं। गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई और हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय 15 जुलाई 2021 से कार्यरत हैं। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल और उत्तराखंड के गुरमीत सिंह भी 3 साल से अधिक समय से इस पद पर हैं।