सीजी भास्कर, 21 जून। दो ऐसी महिलाएं पकड़ी गई हैं, जो सेक्सटॉर्शन रैकेट चलाती थीं। इन पर आरोप है कि ये अमीर व्यापारियों से दोस्ती करती थीं, फिर उन्हें बातों में फंसाकर होटल ले जाती थीं और फिर रेप केस की धमकी देकर वसूली करती थीं।Sextorsion news
दोनों महिलाओं ने पैसे वालों को फंसाने का सिस्टम बना रखा था-सोशल सर्कल से लेकर इंस्टाग्राम और क्लब तक, कहीं भी ‘शिकार’ की तलाश रहती थीं। मामला राजस्थान में जयपुर के चित्रकूट इलाके का है।
ये महिलाएं सबसे पहले टारगेट से दोस्ती करतीं, धीरे-धीरे मैसेजिंग और कॉल्स से निजी बातें शुरू होतीं। एक बार जब टारगेट झांसे में आ जाता, तो होटल में मिलने का ऑफर आता। घूमने के बहाने आमेर जैसे प्राइवेट लोकेशन चुनी जाती थी, ताकि प्राइवेसी मिल सके और बाद में आरोप लगाना आसान हो।
महिलाएं होटल में साथ ठहरने का प्लान बनाती थीं, फिर वहां से लौटने के बाद रेप केस में फंसाने की धमकी देकर इनकी वसूली की कहानी शुरू होती होती थी। इसके बाद शुरू होता था पैसों की डिमांड का सिलसिला।
शुरुआत में टारगेट को डराया जाता था कि अगर अब भी नहीं माने, तो एफआईआर हो जाएगी और परिवार, सोसाइटी में बदनामी तय है. डील 50 लाख से शुरू होती थी। जो एक बार पेमेंट करता, वो कभी नहीं छूटता। पैसे न होने पर महिलाएं टोकन मनी तक लेतीं और हलफनामा या स्टांप पेपर पर लिखवातीं कि फलां तारीख तक कितने पैसे और कैसे चुकाने हैं।
जैसे ही एक टारगेट से पैसे मिलते, ये महिलाएं अगले शिकार की तलाश में लग जातीं। पुलिस को इनके मोबाइल से चार और हाईप्रोफाइल लोगों से वसूली के सबूत मिले।
13 जून को एक पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी कि उसके दो दोस्तों को इन महिलाओं ने फंसा लिया है। 5 लाख की पहली किश्त देने के बाद जब दूसरी किश्त के तौर पर चेक देने के लिए एक कैफे बुलाया गया तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रंगे हाथों दोनों को पकड़ लिया। एक महिला के पास से 2.20 लाख रुपये भी बरामद हुए।
अब पुलिस इन दोनों महिलाओं से रिमांड पर पूछताछ कर रही है और इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों, होटल स्टाफ या अन्य लोगों की तलाश भी कर रही है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि यह काम अकेले नहीं चल रहा था। इसमें पूरा गैंग हो सकता है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर और कौन-कौन लोग हैं, जो इस गैंग का हिस्सा हैं।