सीजी भास्कर, 11 मई। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में कुछ युवकों ने जब सुशासन तिहार कार्यक्रम में अफसरों के सामने दुल्हन के लिए आवेदन दिया, तो हर कोई चौंक गया।
8 युवकों ने सरकार से कहा कि “दुल्हन दिला दीजिए साहब…अकेलेपन से लड़ते-लड़ते थक चुके हैं। कोई लड़की नहीं मिल रही।”
इन 8 युवकों में से एक चंदन साहनी भी हैं, जो राजिम नगर पंचायत के ब्रह्मचर्य वार्ड के रहने वाले हैं। इनकी उम्र 36 साल है। चंदन कहते हैं कि अब तो विधवा, तलाकशुदा या अनाथ लड़की भी मिले तो मंजूर है। बस कोई तो हो जो साथ चले। गरीबी और बेरोजगारी खुशियों पर पानी फेर रही हैं।
गरीब होने के कारण शादी नहीं कर पा रहा
वहीं फिंगेश्वर ब्लॉक की चैत्रा पंचायत के एक अन्य युवक ने भी इसी तरह की मांग की है। राजिम के वार्ड नंबर 14 पर्थरा के रहने वाले प्रदीप निर्मलकर लिखते हैं कि मैं गरीब परिवार से हूं। मुझे शादी करने की योजना का लाभ उठाना है। गरीब होने के कारण शादी नहीं कर पा रहा हूं।
संतोष साहू ने लिखा कि, मेरी बेटी थनेश्वरी साहू विवाह के योग्य हो चुकी है, लेकिन मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण शादी कराने में परेशानी आ रही है। निवेदन है कि मेरी बेटी की शादी के लिए कन्या विवाह योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान करें।
बेटी की शादी के लिए आर्थिक मदद मांगी
इसी तरह फिंगेश्वर के भूषण खुर्रे ने लिखा कि उन्हें सुशील लड़की चाहिए है। वहीं राजिम के जीतेन निर्मलकर ने भी अपनी बेटी की शादी के लिए आर्थिक मदद मांगी है। कई लोगों ने राशन समेत अन्य समस्याओं को भी आवेदन में लिखा है।
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पांडेय ने बताया कि कुछ युवकों ने शादी के लिए आर्थिक सहायता की भी मांग की है। विभाग ने सभी आवेदकों को आश्वासन दिया है कि उन्हें समय आने पर योजनाओं से जोड़कर मदद की जाएगी।
गरियाबंद में 4 हजार 576 आवेदन मिले
सुशासन तिहार में कुल 4576 आवेदन मिले हैं। ज्यादातर आवेदन महतारी वंदन योजना के लाभ के लिए हैं। कुछ आवेदन कन्या विवाह योजना के भी आए हैं। शादी में उन्हें समस्या आ रही है, इसलिए सरकार से मदद की मांग की है।