सीजी भास्कर, 27 जून| India China relations 2025 : पांच साल बाद 36 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था गुरुवार को कैलास मानसरोवर पहुंचा। तीर्थयात्रियों का दूसरा समूह इस सप्ताह नाथू ला दर्रे के माध्यम से चीन में प्रवेश करने वाला है। गलवान संघर्ष के बाद से यह यात्रा बंद थी। पिछले वर्ष रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई बैठक के बाद दोनों देशों ने संबंधों को फिर से शुरू करने पर सहमति जताई।
कैलास मानसरोवर यात्रा की फिर से शुरुआत दोनों देशों के बीच संबंधों को फिर से स्थापित करने की दिशा में उठाया गया पहला कदम माना जा रहा है। तीर्थयात्री पिछले शुक्रवार को तिब्बत स्वायत्त प्रांत पहुंचे, जिसके साथ ही तीर्थयात्रा पुनः शुरू हो (India China relations 2025)गई।
28 अप्रैल को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने द्विपक्षीय समझौते के तहत इसके पुनः आरंभ होने की घोषणा की थी। गुओ ने कहा कि इस वर्ष चीन और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ (India China relations 2025)है। चीन दोनों देशों के नेताओं के बीच महत्वपूर्ण आम समझ को ईमानदारी से लागू करने और संबंधों को सुदृढ़ और स्थिर विकास के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए तैयार है।