नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत (India Global Growth Engine) की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी तारीफ की है। IMF चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) ने कहा कि भारत ने हाल के वर्षों में खुद को साबित किया है और अब यह दुनिया के ग्रोथ इंजन के रूप में उभर रहा है।
जॉर्जीवा ने यह बात अगले हफ्ते वाशिंगटन में होने वाली IMF-World Bank की सालाना बैठक से पहले कही।
India Global Growth Engine: संदेह करने वाले गलत साबित
IMF प्रमुख ने कहा कि भारत पर संदेह करने वाले गलत साबित हो रहे हैं। देश ने साहसिक आर्थिक नीतियों और मजबूत वित्तीय ढांचे के जरिए वैश्विक आर्थिक झटकों के बीच खुद को स्थिर रखा है।
जॉर्जीवा ने बताया कि वैश्विक ग्रोथ पूर्व-महामारी के स्तर से नीचे जा रही है, जबकि भारत की वृद्धि दर लगातार बढ़ रही है।
China Growth Rate में गिरावट जारी है, लेकिन India Global Growth Engine के रूप में अब भी दुनिया की निगाहों में प्रमुख बना हुआ है।
डिजिटल पहचान और संरचनात्मक सुधारों की सराहना
क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भारत में लागू किए गए संरचनात्मक सुधारों की भी प्रशंसा की, विशेष रूप से देशव्यापी डिजिटल पहचान (Digital Identity) लागू करने को साहसिक सफलता करार दिया।
उन्होंने कहा, “भारत ने बड़ी चुनौतियों के बावजूद डिजिटल पहचान की उपलब्धि हासिल कर दुनिया को दिखा दिया कि बड़ी योजनाओं को साकार करना संभव है। मैं भारत के इस प्रयास से बेहद उत्साहित हूं।”
US Tariff और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नजर
IMF चीफ ने वैश्विक आर्थिक हालात और अमेरिकी टैरिफ (US Tariff) के प्रभाव पर भी ध्यान दिलाया।
जॉर्जीवा के अनुसार, हालिया नीतिगत बदलाव और टैरिफ से वैश्विक इकोनॉमी प्रभावित हुई है, लेकिन इसके पूर्ण प्रभाव का आकलन अभी बाकी है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक दबावों और अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत अपनी वृद्धि दर बनाए हुए है।
India Global Growth Engine: World Bank ने भी GDP बढ़ोतरी को सराहा
सिर्फ IMF ही नहीं, बल्कि World Bank ने भी भारत की अर्थव्यवस्था के प्रति पॉजिटिव रुख अपनाया है।
विश्व बैंक ने FY26 के लिए भारत के GDP Growth Rate को 6.3% से बढ़ाकर 6.5% कर दिया है।
इस बीच, अप्रैल-जून तिमाही में भारत की GDP वृद्धि 7.8% पर पहुंची, जो पिछले पांच तिमाहियों में सबसे अधिक है।
India Global Growth Engine: भविष्य की राह और वैश्विक प्रभाव
IMF प्रमुख का मानना है कि मीडियम टर्म में वैश्विक ग्रोथ दर करीब 3% रहेगी, जो महामारी-पूर्व स्तर से कम है।
इस परिस्थितियों में भी भारत (India Global Growth Engine) वैश्विक आर्थिक नक्शे पर अपनी जगह मज़बूती से बनाए रख रहा है।
देश की आर्थिक नीतियों, डिजिटल प्रगति और निवेश के अनुकूल माहौल के चलते भारत अब दुनिया के प्रमुख विकास केंद्रों में शुमार हो चुका है।