सीजी भास्कर, 15 सितंबर। प्रदेशवासियों के लिए आज एक और अहम घोषणा हुई है। सरकार (Infrastructure Development) ने बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इस बार योजना ऐसी है जो न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों को भी जोड़कर लोगों की पुरानी समस्या का समाधान करेगी। हालांकि निर्माण शुरू होने से पहले इसकी औपचारिक प्रक्रिया को पूरा करना आवश्यक है।
सूत्रों के अनुसार, निविदा प्रक्रिया पहले ही प्रारंभ हो चुकी है और अब इसके पूरा होते ही निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ होगा। यह परियोजना ग्रामीणों के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित थी और क्षेत्र में विकास की नई संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगी। स्थानीय लोगों ने कहा कि यह फैसला उनकी पीढ़ियों की समस्या का स्थायी समाधान होगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले (Infrastructure Development) के भालूमुंडा से खेजूरघाट मार्ग पर कोकिया नदी पर लगभग 3 करोड़ 32 लाख की लागत से उच्च स्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की है। इस फैसले से फरसाबहार ब्लॉक के कोरंगामाल, भालूमुंडा, पेटामेरा, अंकिरा, खरीबहार, जुड़वाइन, सागजोर, परेवाआरा समेत कई गांव सीधे ओडिशा राज्य से जुड़ जाएंगे। वहीं रेडेघाट, सोनाजोरी, बनखेता, माटीहेजा जैसे गांव भी विकासखंड मुख्यालय से जुड़कर तेजी से विकास की मुख्यधारा में शामिल होंगे।
ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के मौसम में कोकिया नदी पार करना हमेशा कठिन रहा है। पानी का स्तर बढ़ (Infrastructure Development) जाने पर आवाजाही पूरी तरह बाधित हो जाती थी, जिससे बच्चों की पढ़ाई, मरीजों के उपचार और आमजन के कामकाज पर गहरा असर पड़ता था। अब (Infrastructure Development) से यह परेशानी खत्म हो जाएगी और लोगों को सुरक्षित व सुगम आवागमन का लाभ मिलेगा। लोगों का विश्वास है कि इस परियोजना से जशपुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों को नई पहचान मिलेगी और राज्य से बाहर की कनेक्टिविटी भी और मजबूत होगी।
