सीजी भास्कर 22 जून अमेरिका ने ईरान पर शनिवार की देर रात को अटैक किया है. इस हमले के बाद AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अमेरिका पर कई सवाल खड़े किए हैं. साथ ही पाकिस्तान को भी लताड़ लगाने का काम किया है. ओवैसी ने कहा, अमेरिका ने जो ईरान पर अटैक किया है, उसकी न्यूक्लियर साइट पर हमला किया है यह अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है.
अमेरिका ने शनिवार की देर रात को ईरान पर हमला किया. अमेरिका शुरू से ही ईरान की परमाणु शक्ति बनने के खिलाफ है. वो हमेशा से कहता आया है कि वो ईरान को परमाणु ताकत बनने से रोकेगा. इसी के चलते अमेरिका ने ईरान की 3 न्यूक्लियर साइट फार्डो, नतांज, इस्फहान पर अटैक किया. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने तीनों साइट को नष्ट कर दिया.“5-10 सालों में ईरान बन जाएगा परमाणु देश”
ईरान पर किए गए अमेरिका के हमले को लेकर ओवैसी ने कहा, ऐसा करने से, मुझे यकीन है कि ईरान आने वाले 5-10 सालों में एक परमाणु देश होगा. दरअसल, ओवैसी ने कहा कि अगर इजराइल इस तरह से हमला करेगा, अमेरिका अटैक करेगा तो आने वाले 5-10 सालों में ईरान परमाणु ताकत बन जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा क्या मालूम हो सकता है कि ईरान ने अमेरिकी हमले से पहले, न्यूक्लियर कार्यक्रम के लिए अपना स्टॉक शिफ्ट कर दिया होगा.ओवैसी ने कहा, अमेरिका के ईरान पर इस अटैक के बाद अब कई अरब देश सोचेंगे कि उन्हें परमाणु क्षमता की जरूरत है. वो भी सोचेंगे कि अगर हमें इजराइल के अटैक से बचना है तो हमें भी न्यूक्लियर पावर चाहिए होगी.ओवैसी ने बताई क्या है US की नीति?इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर भी ओवैसी ने ट्रंप को घेरा.
दरअसल, इजराइल लगातार गाजा में हमला कर रहे हैं. इसको लेकर ओवैसी ने कहा, अमेरिका की नीति सिर्फ इजराइली सरकार के अपराधों पर पर्दा डालना है. गाजा में जो हो रहा है वो नरसंहार है और कोई इसके बारे में बात नहीं कर रहा है. कोई यह क्यों नहीं पूछ रहा कि इजराइल के पास कितने परमाणु वॉटरहेड्स हैं?ओवैसी ने इजराइल के पीएम नेतन्याहू को लेकर कहा, नेतन्याहू ने फिलिस्तीनियों को मार डाला है. वो वेस्ट बैंक और गाजा में फिलिस्तीनियों का सफाया कर रहा है.
ओवैसी ने पाकिस्तान को लगाई लताड़ओवैसी ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा कि क्या ट्रंप को इसीलिए पाकिस्तान नोबेल शांति पुरस्कार देना चाह रहा है. जिसने अपने ही देश के संविधान का उल्लंघन किया. क्या इसीलिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ लंच किया था? आज वो सभी बेनकाब हो गए हैं. अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया. दरअसल, पाकिस्तान ने 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम की सिफारिश की है.