सीजी भास्कर, 15 सितम्बर। छत्तीसगढ़ में कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों की सिंचाई (Irrigation Project) सुविधा बढ़ाने के लिए सरकार लगातार नए कदम उठा रही है। इस कड़ी में मुंगेली जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जो ग्रामीणों के लिए राहत की होगी। लंबे समय से रुकी हुई कई सिंचाई योजनाओं की प्रतीक्षा अब खत्म होने वाली है।
वित्तीय स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी होने के बाद विभाग ने कुछ प्रमुख परियोजनाओं के कार्यों के लिए निधि जारी कर दी है। इस निधि से न केवल पुराने सिंचाई (Irrigation Project) ढांचों की मरम्मत होगी बल्कि नई योजनाओं के निर्माण से किसानों को सीधे लाभ मिलेगा। अधिकारियों का कहना है कि इस निर्णय से क्षेत्र में खेती के पैटर्न में बदलाव और उत्पादन में वृद्धि संभव होगी।
मुंगेली जिले के विकासखंड लोरमी के अंतर्गत स्थित भरतसागर जलाशय योजना के बांध मरम्मत कार्य के लिए दो करोड़ 15 लाख 56 हजार रूपए स्वीकृत किए गए हैं। इस योजना के पूर्ण होने पर 713 हेक्टेयर के रूपांकित सिंचाई (Irrigation Project) क्षेत्र में 150 हेक्टेयर की कमी की पूर्ति होगी और पूरे क्षेत्र में (Irrigation Project) सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
साथ ही, आगर नदी पर छीरपानी के पास एनीकट निर्माण कार्य हेतु 3 करोड़ 76 लाख 41 हजार रूपए स्वीकृत किए गए हैं। इस परियोजना से निस्तारी, भू-जल संवर्धन और 42 हेक्टेयर खरीफ तथा 42 हेक्टेयर रबी की फसलों को (Irrigation Project) सिंचाई (Irrigation Project) सुविधा मिलेगी। मुख्य अभियंता हसदेव कछार, जल संसाधन विभाग बिलासपुर को इन कार्यों के संचालन के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।
सिंचाई योजनाओं (Irrigation Project) के लाभ से ग्रामीण किसानों का जीवन स्तर सुधरेगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। अधिकारी यह भी बता रहे हैं कि इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद क्षेत्र में सिंचाई के लिए उपलब्ध पानी की मात्रा में सुधार होगा और सूखे के दिनों में फसलों को पर्याप्त जल मिलेगा। इस प्रकार मुंगेली जिले के किसान अब सुरक्षित और व्यवस्थित सिंचाई सुविधा का लाभ सीधे उठा सकेंगे। भविष्य में इन परियोजनाओं के कार्य पूरे होने के बाद क्षेत्र की कृषि उत्पादन क्षमता में वृद्धि होना तय है और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।