सीजी भास्कर, 20 दिसंबर | छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से सामने आया Jashpur Electric Trap Death का मामला रोंगटे खड़े कर देने वाला है। जंगली सूअर के शिकार के लिए बिछाए गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में आकर दो दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद जो हुआ, वह इंसानियत को शर्मसार करने वाला था।
चिड़िया मारने निकले थे, मौत से सामना हो गया
मृतकों की पहचान दिलीप राम खड़िया (23) और विलियम कुजूर (31) के रूप में हुई है। दोनों जशपुर के सेरमाटोली गांव के रहने वाले थे और मजदूरी कर जीवन यापन करते थे। 12 दिसंबर को वे ग्राम डांगबंधी के जंगल में चिड़िया मारने गए थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि जंगल में मौत उनका इंतजार कर रही है।
6 दिन तक गुमशुदगी, घरों में पसरा रहा सन्नाटा
दोनों युवक देर रात तक घर नहीं लौटे। परिजनों ने आसपास के जंगल, खेत और परिचित इलाकों में तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 14 दिसंबर को तुमला थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। गांव में डर और आशंका का माहौल बन गया।
संदिग्ध मूवमेंट से खुला राज
पुलिस जांच के दौरान सूचना मिली कि डांगबंधी गांव का रहने वाला आयटू लोहार (30) कागजपुड़ा डैम के आसपास संदिग्ध रूप से घूम रहा है। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। शुरू में वह पुलिस को भ्रमित करता रहा, लेकिन सख्ती के बाद उसने पूरी सच्चाई उगल दी।
जंगली सूअर के लिए बिछाया गया था करंट
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर अरहर के खेत में जंगली सूअर के शिकार के लिए बिजली का तार बिछाया था। रात के समय जब वे वहां पहुंचे, तो देखा कि करंट की चपेट में आकर दो युवक जान गंवा चुके थे। यही से Jashpur Electric Trap Death का असली चेहरा सामने आया।
लाशें बोरे में भरकर छिपाईं
घबराए आरोपियों ने तार हटाया और पकड़े जाने के डर से दोनों शवों को बोरे में भर दिया। इसके बाद उन्हें कागजपुड़ा डैम के पास बेशरम के पौधों की झाड़ियों में छिपा दिया गया। यह कदम अपराध को और भी गंभीर बना देता है।
डैम से बरामद हुए शव
गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने डैम से दोनों शव बरामद किए। पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम कराया गया। शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने मौत का कारण करंट से झुलसना बताया, जिससे (illegal electric hunting) की पुष्टि हुई।
गंभीर धाराओं में केस दर्ज
पुलिस ने इस मामले में बीएनएस की धारा 105, 238 और 3(5) के तहत केस दर्ज किया है। गिरफ्तार आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। वहीं चार अन्य आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है, जिनकी पहचान हो चुकी है।
पुलिस का दावा – जल्द होंगे बाकी आरोपी गिरफ्तार
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सोनी ने बताया कि परिजनों की शिकायत के बाद गंभीरता से जांच की गई। आरोपी की गिरफ्तारी से पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ है। फरार आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
सवालों के घेरे में अवैध शिकार
Jashpur Electric Trap Death सिर्फ दो मौतों की कहानी नहीं है, बल्कि यह अवैध शिकार, लापरवाही और लालच की उस सोच को उजागर करता है, जो जंगल को जाल और करंट को हथियार बना रही है। अब सवाल यह है कि क्या ऐसी घटनाओं से सबक लिया जाएगा?


