सीजी भास्कर, 11 जून। सिविक सेंटर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ब्रांच के लॉकर से 50 लाख के गहने गायब होने का मामला प्रकाश में आया है। लॉकर से इस तरह जेवरों के गायब होने से बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है।
घटना की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से शिकायत बाद भिलाई नगर पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज लिए हैं साथ ही बैंक कर्मचारियों के भी बयान लिए जा रहे हैं।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसे अप्रैल महीने में गहने के पैकेट कम होने की जानकारी मिली थी। उन्हें जो बैंक लॉकर मिला उसमें कुछ तकनीकी खराबी बता कर बैंक प्रबंधन ने लॉकर चेंज करवाया था उसके बाद ही गहने गायब होने की बात सामने आई है।
पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि गायब हुए जेवरात की असली कीमत कितनी है, फिलहाल पीड़ित परिवार ने इसे लगभग 50 लाख रुपए आंका है।
पीड़ित दरोगा सिंह ने बताया कि वह वर्ष 1991 से बैंक ऑफ बड़ौदा के सिविक सेंटर शाखा में लॉकर का उपयोग कर रहे हैं। 17 जनवरी 2025 को बैंक कर्मियों ने उन्हें फोन कर जानकारी दी कि उनका लॉकर ठीक से काम नहीं कर रहा है, इसलिए उसमें रखे आभूषणों को दूसरे लॉकर में शिफ्ट करना होगा।
दरोगा सिंह बैंक पहुंचे और बैंक कर्मियों की मौजूदगी में जेवरात को नए लॉकर में स्थानांतरित कर दिया। लेकिन जब वे 22 अप्रैल 2025 को दोबारा लॉकर देखने पहुंचे तो पाया कि उसमें रखे दो पैकेट सोने के जेवरात गायब हैं।
दरोगा सिंह ने जानकारी दी कि उनकी पत्नी श्यामा सिंह और बेटी आराधना के कीमती सोने के जेवर लॉकर में रखे थे। जब उन्होंने बैंक कर्मियों से जानकारी लेनी चाही तो उन्हें टालने की कोशिश की गई। इससे परेशान होकर उन्होंने तुरंत भिलाई नगर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई है और बैंक की सीसीटीवी फुटेज, लॉकर ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड और बैंक स्टाफ के बयानों की जांच शुरू कर दी गई है।