सीजी भास्कर, 10 नवंबर। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। छुईखदान थाना क्षेत्र के ग्राम झूरानदी में रविवार को दो मासूम भाई-बहन की हत्या (Khairagarh Child Murder Case) करने वाली नाबालिग बालिका को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मृतकों की पहचान चार वर्षीय करण वर्मा और दो वर्षीय राधिका उर्फ वैशाली वर्मा के रूप में हुई थी। दोनों के शव गांव के एक कुएं से बरामद किए गए।
घर से लापता हुए थे मासूम, कुएं में मिला शव
प्रार्थी गजानंद वर्मा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके दोनों बच्चे दोपहर में अचानक घर से लापता हो गए। पूरे गांव में खोजबीन के बाद ग्रामीण (Murder Investigation ChhuiKhadan Police) कमलेश्वर वर्मा और समलीया वर्मा ने सूचना दी कि ओमकार वर्मा के बाड़ी स्थित कुएं में कुछ संदिग्ध दिखाई दे रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से कुएं से दोनों बच्चों के शव बाहर निकाले। प्रारंभिक जांच में पुलिस को हत्या की पुष्टि हुई।
‘चोरनी’ बोलने से आहत होकर की वारदात
पुलिस की जांच के दौरान एक नाबालिग बालिका पर शक गहराया। पूछताछ में उसने चौंकाने वाला खुलासा किया। बालिका ने बताया कि उसका रिश्ते का भाई करण अक्सर उसे (Minor Girl Confession in Murder Case) “चोरनी-चोरनी” कहकर चिढ़ाता था। इस बात से आहत होकर उसने गुस्से में आकर दोनों भाई-बहन को कुएं में धकेल दिया। घटना के बाद वह सामान्य व्यवहार करती रही, लेकिन ग्रामीणों की पूछताछ में उसके जवाब संदिग्ध लगे, जिसके बाद पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
12 घंटे में हुआ जघन्य हत्याकांड का खुलासा
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई, जिसने महज 12 घंटे में इस (Khairagarh Child Murder Case) जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश किया। जांच टीम ने बताया कि बालिका की उम्र लगभग 15 वर्ष है और उसे विधि से संघर्षरत बालिका के रूप में किशोर न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यह घटना बेहद संवेदनशील है और इससे समाज में मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संवाद की जरूरत को भी रेखांकित करती है।
