सीजी भास्कर, 18 दिसंबर।भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे अहम वनडे टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 से पहले कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी रणनीति (KL Rahul Domestic Cricket) साफ कर दी है। मौजूदा चैंपियन कर्नाटक ने 16 सदस्यीय मजबूत स्क्वॉड का ऐलान किया है, जिसमें केएल राहुल और तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा की एंट्री सबसे बड़ा आकर्षण मानी जा रही है।
इस स्क्वॉड में देवदत्त पडीक्कल जैसे भरोसेमंद बल्लेबाज को भी जगह दी गई है। कर्नाटक अपने अभियान की शुरुआत 24 दिसंबर को झारखंड के खिलाफ करेगा और टीम के शुरुआती मुकाबलों में कई अंतरराष्ट्रीय सितारे मैदान पर नजर आ सकते हैं।
घरेलू क्रिकेट पर BCCI का फोकस
हाल ही में बीसीसीआई ने सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को घरेलू टूर्नामेंट (KL Rahul Domestic Cricket) में भाग लेने को लेकर सख्त संदेश दिया था। बोर्ड की ओर से साफ किया गया कि चयन के दायरे में बने रहने के लिए खिलाड़ियों को विजय हजारे ट्रॉफी में कम से कम दो मुकाबले खेलने होंगे। इसी निर्देश के बाद केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी भी अपने राज्य की टीम के लिए उपलब्ध हो रहे हैं।
माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी भी अपने-अपने राज्यों के लिए खेलते दिख सकते हैं।
न्यूजीलैंड सीरीज से पहले सीमित उपलब्धता
हालांकि, केएल राहुल और प्रसिद्ध कृष्णा पूरे टूर्नामेंट में कर्नाटक के लिए उपलब्ध नहीं रह पाएंगे। टीम इंडिया को 11 से 18 जनवरी के बीच न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज खेलनी है। ऐसे में कर्नाटक के ग्रुप स्टेज के आखिरी मुकाबले और संभावित नॉकआउट मैच इन दोनों खिलाड़ियों के बिना खेले जा सकते हैं।
ग्रुप-A में कड़ी चुनौती
इस बार कर्नाटक को ग्रुप-A में रखा गया है, जहां उसे झारखंड, केरल, तमिलनाडु, राजस्थान, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा और पुडुचेरी जैसी मजबूत टीमों से मुकाबला (KL Rahul Domestic Cricket) करना है। कर्नाटक अपने सभी ग्रुप मुकाबले अहमदाबाद में खेलेगा, जहां परिस्थितियां बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण मानी जाती हैं।
डिफेंडिंग चैंपियन का दबाव
कर्नाटक इस समय विजय हजारे ट्रॉफी की डिफेंडिंग चैंपियन है। पिछले संस्करण के फाइनल में टीम ने विदर्भ को 36 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया था। इस बार टीम की कमान मयंक अग्रवाल के हाथों में रहेगी। हालांकि, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था, जिससे इस टूर्नामेंट में कप्तानी पर भी सबकी नजरें रहेंगी।


