सीजी भास्कर 28 नवंबर Kunal Kamra RSS T-shirt controversy : कुणाल कामरा की कथित RSS वाली टी-शर्ट को लेकर नागपुर में विरोध अचानक तेज हो गया है। शहर के गणेश पेठ इलाके में सोमवार शाम माहौल उस समय गरमा गया, जब युवा मोर्चा के कई कार्यकर्ता एक साथ पुलिस स्टेशन पहुंचे और कॉमेडियन के खिलाफ लिखित शिकायत सौंपते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कामरा ने जानबूझकर एक ऐसा पोस्ट किया, जिससे संगठन की छवि को टारगेट किया गया। स्टेशन के बाहर कुछ देर तक नारेबाज़ी भी होती रही—“संघ के सम्मान में, हम मैदान में”—इन नारों ने पूरे इलाके का ध्यान खींच लिया।
सोशल मीडिया पोस्ट से बढ़ा तनाव, टी-शर्ट पर सवाल
विवाद की शुरुआत उस पोस्ट से हुई, जिसमें कामरा ने एक ऐसी टी-शर्ट पहनी थी जिस पर एक कुत्ते की तस्वीर थी और साथ ही RSS का संदर्भ (“RSS reference”) भी मौजूद था। यह फोटो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैल गई, जिसके बाद माहौल और गर्म हो गया। कई यूज़र्स ने इसे अपमानजनक बताया, तो कुछ ने इसे कॉमेडी की आज़ादी का मामला कहा। लेकिन विरोध करने वालों का कहना है कि “कॉमेडी की आड़ में किसी संगठन का अपमान स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
Kunal Kamra RSS T-shirt controversy : नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आई, एक्शन की चेतावनी
टी-शर्ट पोस्ट के बाद कई वरिष्ठ नेताओं की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आईं। एक मंत्री ने बयान जारी करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर “आपत्तिजनक कंटेंट” (“objectionable content”) डालने वालों के खिलाफ पुलिस एक्शन संभव है। उनका कहना था कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जिम्मेदारी से पोस्ट करना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है और कोई भी गलत संदर्भ देने का प्रयास कानूनी कार्रवाई को जन्म दे सकता है।
सहयोगी दल भी नाराज़, पुराने बयान फिर से चर्चा में
इस विवाद में सिर्फ एक दल ही नहीं, बल्कि उसके सहयोगी नेताओं ने भी कामरा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक कैबिनेट सदस्य ने कहा कि पहले भी कॉमेडियन ने कई बार राजनीतिक व्यक्तित्वों पर टिप्पणी की है, और अब सीधे संगठन पर तंज कसना यह दिखाता है कि “सीमा पार की जा रही है।” उन्होंने कहा कि कामरा की टिप्पणी सिर्फ एक मज़ाक नहीं, बल्कि “जानबूझकर किया गया हमला” है।
इन बयानों के बाद साफ़ है कि विवाद जल्द थमने वाला नहीं दिख रहा।
Kunal Kamra RSS T-shirt controversy : अगला कदम—क्या पुलिस करेगी कार्यवाही?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि शिकायत दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई क्या होगी। पुलिस ने कहा है कि वे शिकायत का अध्ययन कर रही है और आवश्यक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। वहीं कार्यकर्ता चाहते हैं कि इस मामले में तुरंत FIR दर्ज हो, ताकि “दोबारा ऐसा कदम कोई न उठा सके।”
फिलहाल, यह विवाद महाराष्ट्र की राजनीतिक और सोशल मीडिया दोनों दुनिया में खूब चर्चा बटोर रहा है।
