सीजी भास्कर 4 नवम्बर बिहार की सियासत में एक बार फिर (Lalu Yadav Campaign) चर्चा में है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने पुराने सहयोगियों—रामकृपाल यादव और श्याम रजक—के खिलाफ जमकर प्रचार किया है। कभी जिन्हें उन्होंने अपने सबसे भरोसेमंद साथी कहा था, आज उन्हीं के खिलाफ लालू मंच से जनता से वोट की अपील कर रहे हैं।
दानापुर में रीतलाल के लिए रोड शो, रामकृपाल पर तीखा वार
दानापुर विधानसभा सीट पर लालू प्रसाद यादव ने आरजेडी प्रत्याशी रीटलाल यादव के समर्थन में विशाल रोड शो किया। इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार रामकृपाल यादव मैदान में हैं, जो कभी लालू के बेहद करीबी हुआ करते थे। लालू ने मंच से जनता से कहा कि “रामकृपाल ने विश्वासघात किया था, अब जनता उन्हें जवाब देगी।”
हजारों लोगों की भीड़ में लालू की यह अपील जोरदार तालियों और नारों के बीच गूंज उठी।
फुलवारी शरीफ में श्याम रजक पर निशाना, कहा- दल बदलने वाले जनता के सच्चे हितैषी नहीं
आज लालू ने फुलवारी शरीफ विधानसभा में (Lalu Yadav Roadshow) निकाला, जहां सीपीआई-एमएल के उम्मीदवार गोपाल रविदास के समर्थन में उन्होंने प्रचार किया। इस सीट से जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर श्याम रजक चुनाव लड़ रहे हैं, जो कभी आरजेडी के प्रमुख चेहरे थे।
लालू ने कहा—“जो नेता बार-बार दल बदलते हैं, वे न तो जनता के साथ हैं, न विचारधारा के साथ। ऐसे लोग सिर्फ कुर्सी के लिए राजनीति करते हैं।”
पुराने सहयोगियों से अब बना ‘राजनीतिक मुकाबला’
रामकृपाल यादव और श्याम रजक दोनों ही लालू यादव के (Former Allies Turned Rivals) हैं। एक समय ये दोनों नेता लालू के संगठन और परिवार की राजनीति में गहराई से जुड़े हुए थे। लेकिन अब वे अलग-अलग दलों से चुनाव मैदान में हैं और आरजेडी के उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, लालू की आक्रामक रणनीति इन सीटों पर सीधा असर डाल सकती है।
भीड़ में उमड़ा जनसैलाब, कार्यकर्ताओं में दिखा जोश
लालू यादव के इन रोड शोज़ में जबरदस्त भीड़ उमड़ी। कार्यकर्ताओं ने “लालू लौटे मैदान में” के नारे लगाए। पार्टी के भीतर भी यह माना जा रहा है कि लालू का सक्रिय प्रचार महागठबंधन के लिए एक बड़ा उत्साह बढ़ाने वाला कदम है।
दूसरी ओर, भाजपा और जदयू दोनों दलों में भी हलचल तेज हो गई है, क्योंकि लालू की जुबानी हमलों ने बिहार चुनावी मैदान का तापमान बढ़ा दिया है।
बिहार की सियासत में ‘लालू फैक्टर’ फिर हुआ प्रभावशाली
बिहार की राजनीति में (Lalu Yadav Factor) हमेशा से निर्णायक रहा है। उम्र और स्वास्थ्य के बावजूद लालू यादव का सड़क पर उतरना यह दिखाता है कि वे इस चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। उनके पुराने साथियों पर तीखे हमले और जनसभाओं में भीड़ का रुझान बताता है कि लालू का जादू अब भी कायम है।
