सीजी भास्कर, 30 जुलाई : शहर में फाइनेंस कंपनियों की मनमानी और दबंगई अब हिंसा की हदें पार कर चुकी है। बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत देवरीखुर्द कृष्णा नगर निवासी एक अधेड़ से लोन वसूली के नाम पर रिकवरी एजेंट महिला ने चाकू व नुकीली वस्तु से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल को तत्काल प्राथमिक उपचार दिलाया गया, वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने बेहद हल्की धाराओं में मामला दर्ज कर खानापूर्ति कर दी है।
पीड़ित वासुकीनाथ सिंह (उम्र 55 वर्ष), जो कि एक प्राइवेट कंपनी से सिक्योरिटी गार्ड के पद से रिटायर्ड हैं, सोमवार को अपने घर में दोपहर करीब 3:30 बजे थे। उसी समय अवंती बैंक के विक्टर फाइनेंसर की कर्मचारी भारती नामदेव और उनके साथ रवि प्रसाद कश्यप उनके घर पहुंचे। भारती ने लोन की किश्त न पटाने को लेकर वासुकीनाथ सिंह पर सवाल उठाए। जब उन्होंने विनम्रतापूर्वक कहा कि वह शाम को किश्त की राशि अदा कर देंगे, तो रिकवरी एजेंट महिला आगबबूला हो गई।
वासुकीनाथ सिंह की पत्नी सुनीता चौहान ने जब विवाद शांत करने की कोशिश की, तो आरोपित महिला ने उल्टा उन्हें और वासुकीनाथ को भद्दी-भद्दी गालियां देना शुरू कर दीं। इसके बाद उसने नुकीली वस्तु (बताया जा रहा है कि चाकू) से वासुकीनाथ सिंह पर हमला कर दिया। हमले में उनके गले, छाती और बाएं हाथ की कलाई में गंभीर चोटें आईं और खून बहने लगा। हालांकि पत्नी को कोई शारीरिक चोट नहीं लगी।
दर्जनभर लगे टांके, पुलिस बोली-नाखून से किया हमला-
सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि तोरवा पुलिस ने इस हमले को मामूली झगड़ा मानते हुए आरोपित पर सिर्फ धारा 115(2), 118(1), 296 के तहत मामला दर्ज किया है। जबकि पीड़ित के शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं और हमला जानलेवा चाकू जैसे नुकीले हथियार से किया गया है। पुलिस का कहना है कि नाखून से हमला किया गया है, जबकि बताया जा रहा कि आहत को दर्जनभर टांके लगे हैं।
हथियार लेकर चल रहे एजेंट-
इस घटना के बाद यह सवाल उठने लगा है कि, क्या अब फाइनेंस कंपनियों में गुंडा तत्वों को भर्ती किया जा रहा है। जहां कलेक्शन एजेंट अब डराने-धमकाने और मारपीट तक उतर आए हैं। वहीं रिकवरी एजेंट द्वारा हथियार लेकर चलना भी गंभीर बात कही जा रही है।