सीजी भास्कर 1 सितंबर
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। चकेरी थाना क्षेत्र के शिवकटरा निवासी 22 वर्षीय ऋषिकेश उर्फ सोना की हत्या उसके ही पड़ोसी और कथित दोस्त ने कर दी।
हत्या का कारण दोस्त की बहन से उसके प्रेम संबंध बताए जा रहे हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी पवन निषाद ने अपने साथियों के साथ मिलकर चापड़ से ऋषिकेश की गला रेतकर हत्या की। इसके बाद शव के टुकड़े कर बोरी में भरकर जाजमऊ घाट से गंगा में बहा दिया गया।
ऐसे रची गई हत्या की साजिश
परिवार के अनुसार, गणेश महोत्सव के बहाने पवन निषाद ने ऋषिकेश को घर से बुलाया था।
इसके बाद वह घर नहीं लौटा और फोन भी स्विच ऑफ हो गया। परिजनों ने खोजबीन की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। बाद में बड़े भाई रवि ने चकेरी थाने में तहरीर दी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और कुछ ही घंटों में मुख्य आरोपी पवन समेत उसके साथियों को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में पवन ने स्वीकार किया कि उसने ऋषिकेश की हत्या इसलिए की क्योंकि उसके बहन से संबंध थे और कई बार चेतावनी देने के बाद भी वह नहीं माना।
गंगा में मिला क्षत-विक्षत शव
हत्या के बाद शव गंगा में फेंकने की बात कबूलने के बाद पुलिस ने गोताखोरों के साथ जाजमऊ घाट पर तलाशी अभियान चलाया।
रविवार देर रात महाराजपुर के कटरी डोमनपुर इलाके में ग्रामीणों को एक क्षत-विक्षत शव मिला, जिसका सिर और एक हाथ गायब था।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। हालांकि, पानी में कई दिनों तक रहने और शरीर के हिस्से गायब होने की वजह से पहचान करना मुश्किल हो रहा है। पुलिस का अनुमान है कि यह शव ऋषिकेश का ही हो सकता है।
जेल से बाहर आने के बाद शुरू हुआ विवाद
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि ऋषिकेश और पवन निषाद पहले भी हत्या के प्रयास के मामले में जेल जा चुके थे।
जेल से छूटने के बाद ऋषिकेश अक्सर पवन के घर आने-जाने लगा और उसकी बहन से नजदीकियां बढ़ा लीं। यही बात आरोपी को नागवार गुजरी और उसने पूरी योजना बनाकर वारदात को अंजाम दिया।
फिलहाल पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से कई अहम सबूत भी जुटाए हैं। गंगा में शव के बाकी हिस्सों की तलाश जारी है।