सीजी भास्कर, 1 मार्च ।
एक महिला को उसके प्रेमी और चचेरे भाई ने 100 फीट गहरी खाई में फेंक दिया। साथ ही दो बेटियों को भी लावारिस हालत में छोड़ गया। दो बेटियों में एक मिल गई है और दूसरी लापता है। जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
ढाबे पर मिली 2 साल की मासूम
मामला बड़ामलहरा थाने का है। दरगुआ तिराहे के पास स्थित एक ढाबे पर 2 साल की मासूम बच्ची भी लावारिस हालत में मिली थी। यह बच्ची रात करीब 2 बजे भूमनी दीन यादव के ढाबे पर अकेली बैठी मिली थी।
ढाबे के मालिक ने बताया कि वह खेत में पानी देने के बाद लौटा, तो बच्ची कपड़ों में लिपटी हुई तखत पर बैठी थी। गांव वालों से पूछताछ के बावजूद बच्ची की पहचान नहीं हो पाई, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
बच्ची को गांव में अस्थाई रूप से रखा
मामले को लेकर बड़ामलहरा थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह वर्मा ने बताया कि बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है और उसे गांव के ही एक परिवार को अस्थायी रूप से सौंप दिया गया है ताकि उसकी देखभाल हो सके।
महिला की पहचान मन्नो पत्नी प्रेमचंद कुशवाहा, निवासी गांव ननोरा, थाना श्रीनगर, जिला महोबा (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई। महिला के मुताबिक, उसके प्रेमी बबलू कुर्मी और उसके चचेरे भाई तुलसी ने उसे नशीली दवा खिलाकर बेहोश कर दिया और 100 फीट गहरी घाटी में फेंक दिया था।
महिला से दिल्ली में मुलाकात
महिला ने बताया कि वह और उसका पति दिल्ली में मजदूरी करते थे। वहां उसकी पहचान तीन साल पहले बबलू कुर्मी से हुई थी। बबलू ने शादी का वादा किया, लेकिन बाद में मुकर गया। बबलू ने उसे एक हफ्ते पहले टीकमगढ़ बुलाया, जहां से वह नौगांव और फिर खरगापुर गई।
छतरपुर को लाकर खाई में फेंका
वहां बबलू ने उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया और खुद ननोरा चला गया। शुक्रवार शाम वह अपने चचेरे भाई तुलसी के साथ जीप से आया और उसे छतरपुर ले गया। देर रात दोनों उसे जंगल में ले गए और खाई में फेंक दिया। पूजा का पता नहीं लग सका है।