सीजी भास्कर, 24 जून। सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। जानकारी मिली है कि आरोपी लोगों को सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर उनका बैंक खाता खुलवाते थे और उन्हीं के खाते से महादेव और लोटस जैसे सट्टा ऐप में लेनदेन करते थे। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें सुनील साहू (20 वर्ष), अरुण रात्रे (24 वर्ष), इंडसइंड बैंक में मैनेजर दिनेश यादव और कर्नाटका बैंक में सेल्स एशोसिएट दीपक गुप्ता शामिल हैं।
आपको बता दें कि यह मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ क्षेत्र का है। जब ग्रामीण के खाते से लेनदेन ज्यादा हुई तो इसकी शिकायत पुलिस में की गई। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में दो बैंककर्मी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के लीमगांव में रहने वाला सुनील साहू का संपर्क सट्टा गिरोह से हुआ। उसे बैंक खाता खुलवाने के एवज में कमीशन देने की बात कही गई, उसने रायगढ़ के गांधी नगर में रहने वाले अपने परिचित अरूण रात्रे को खाता खुलवाने पर कमीशन देने वाली बात बताई। दोनों ने कई लोगों को शासकीय योजना का लाभ दिलाने के नाम पर उनका खाता खुलवाया। खाता खोलने लिए इंडसइंड बैंक के ऑपरेशन मैनेजर दिनेश यादव और कर्नाटका बैंक के सेल्स एशोसियेट दीपक गुप्ता को 4-5 हजार कमीशन भी दिए। जिसके बाद बैंक अफसर भी इनके साथ लोगों का खाता खोलकर ठगी करने में शामिल हो गए। जूटमिल थाना क्षेत्र के सराईभद्दर निवासी जीवन लाल साहू का 7 महीने पहले अरूण रात्रे ने इंडसइंड बैंक रायगढ़ में खाता खुलवाया। जीवन साहू को उसके खाते में काफी रकम लेन-देन होने की जानकारी मोबाइल मैसेज और ई-मेल से हुई। इसके बाद वह खाता खोलने वाले बैंक मैनेजर दिनेश यादव से मिला, जिसने अपनी व्यस्तता बताकर उसे बैंक से लौटा दिया। अरूण रात्रे भी कुछ भी बताने में टालमटोल करने लगा तब जीवन लाल साहू ने इसकी शिकायत थाना में की और पुलिस ने मामले की जांच शरू की। पता चला कि कई लोगों का इन्होंने बैंक खाता खुलवाया है जिसमें ताबड़तोड़ लेन-देन हो रहा है। ऐसे में गिरोह के सदस्यों को प्रत्येक बैंक खाता में कमीशन भी मिलता था। खाता खुलते ही अकाउंट होल्डर का बैंक पासबुक, चेक और एटीएम आरोपी ले लिया करते थे। पुलिस ने आरोपी सुनील साहू और अरुण रात्रे से कुछ लोगों के खाता किट भी बरामद कर जब्त किया है। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने यह भी बताया कि बैंक खातों से लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन मिला है। अगर और किसी के बैंक खाते को लेकर ऐसा किया जा रहा है तो इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दें ताकि पुलिस ऐसे लोगों को पकड़ सके। मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।