सीजी भास्कर 27 जून। ड्रग मनी मामले में गिरफ्तार शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
मजीठिया को पंजाब विजिलेंस ने गुरुवार (25 जून) को मोहाली कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी थी, जिसके बाद कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड मंजूर कर ली।
विजिलेंस विभाग को मजीठिया से पूछताछ और मामले की जांच के लिए 7 दिन का रिमांड मिली। इस मामले में मजीठिया की अगली पेशी 2 जुलाई को होगी।
पंजाब विजिलेंस ने 540 करोड़ के ड्रग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बीते बुधवार (24 जून) को शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को अमृतसर से गिरफ्तार किया था।
सुबह 6:30 बजे से 12:30 बजे तक, विजिलेंस की टीम ने मजीठिया के घर की तलाशी ली। इस दौरान कई अहम दस्तावेज और सबूत भी जुटाए गए. विजिलेंस के प्रवक्ता के मुताबिक जांच के दौरान मजीठिया के ड्रग मनी और हवाला कारोबार से जुड़े होने के सबूत मिले हैं।
तलाशी के बाद विजिलेंस के एआईजी स्वर्णदीप सिंह के नेतृत्व में टीम मजीठिया को मोहाली ले गई थी।
विजिलेंस को आय का कोई वैध स्त्रोत नहीं मिला
विजिलेंस की कार्रवाई के बाद मजीठिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उसके अनुसार 500 करोड़ रुपए से अधिक के लेनदेन की बात कही जा रही है। मजीठिया द्वारा 2007 से 2009 के बीच 161 करोड़ रुपए के नकद लेन-देन के दस्तावेज मिले हैं।
इस दौरान विदेशी फर्जी कंपनियों से 141 करोड़ रुपए की आय का खुलासा हुआ है और 194 करोड़ रुपए की संपत्ति खरीदी गई है। विजिलेंस को आय का कोई वैध स्रोत नहीं मिला है।
कार्रवाई पर शिरोमणि अकाली दल ने जताई नाराजगी
इधर शिरोमणि अकाली दल ने इस कार्रवाई का विरोध किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना है कि सरकार ने बदले की राजनीति के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
वहीं मीडिया से बातचीत में मजीठिया ने कहा अगर एफआईआर दर्ज करनी थी तो नोटिस भेजा जा सकता था। उन्होंने कहा कि यह सब बदले की भावना से किया जा रहा है।