सीजी भास्कर, 17 जुलाई। एक शादीशुदा महिला की ट्रेन से कट कर मौत हो गई, परिवार ने तो महिला से वैसे ही सारे-रिश्ते नाते तोड़ रखे थे। प्रेमी के पास भी इतने रुपये नहीं थे कि वो उसका अंतिम संस्कार कर सके। तब पुलिस उसकी मददगार बनकर सामने आई।
पुलिस ने पूरे रीति रिवाज से महिला अंतिम संस्कार अपने खर्च पर करवाया है। घटना उत्तर प्रदेश के मोहनलालगंज क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार एक महिला का उन्नाव जनपद में विवाह हुआ था। शादी के कई साल बाद वह पति को छोड़कर आयी और मोहनलालगंज की गौरा कॉलोनी के पास अपने प्रेमी के साथ रहने लगी। इससे नाराज मायके वालों ने भी उससे रिश्ता तोड़ दिया था। मंगलवार रात उसकी ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। पुलिस ने शव की पहचान की।
प्रेमी को बुलाया और घटना की जानकारी दी। प्रेमी ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। इसके बाद अपनों का कांधा दिलाने के लिए पुलिस महिला के मायके पक्ष सिकंदरपुर पहुंची।
मायके पक्ष ने भी अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। मामले की जानकारी एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा को दरोगा सौरभ और अन्य पुलिस कर्मियों ने दी।
एसीपी ने पुलिस कर्मियों को बुलाकर रुपये दिए। इसके बाद पुलिस ने कांधा देकर अपनों का फर्ज निभाया और महिला की अंत्येष्टी पूरे रीति-रिवाज से की गई।
यूपी पुलिस ने एक बार फिर मानवता की मिसाल पेश की है।
पूरे इलाके में हो रही चर्चा
पुलिस ने बताया- ट्रेन से कटकर मंगलवार को एक महिला की मौत हो गई थी। नाराज परिवारीजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
प्रेमी के पास इतने भी रुपये नहीं थे कि उसका अंतिम संस्कार कर सके। ऐसे में एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा और उनकी टीम सहारा बनी। उन्होंने रुपये देकर प्रेमी से शव का अंतिम संस्कार करवाया। यह खबर अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।