सीजी भास्कर, 25 अप्रैल |
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज कांड का मुद्दा एक बार फिर से गरमाने लगा है। NSS कैम्प में छात्र- छात्राओं को नमाज पढ़ाने के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने यूनिवर्सिटी का घेराव कर दिया। यहां विरोध-प्रदर्शन कर कुलपति को हटाने और NSS के कोआर्डिनेटर को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि 31 मार्च को ईद पर्व के दौरान विश्वविद्यालय के NSS इकाई ने कोटा क्षेत्र के शिवतराई में कैंप लगाया था, जहां ईद के दिन मुस्लिम समाज के साथ-साथ हिंदू समाज के विद्यार्थियों को भी नमाज पढ़ने के लिए मजबूर करने का आरोप है।
छात्रों ने इसकी शिकायत कोनी थाने में की है। मामला सामने आने के बाद इस कथित ‘नमाज कांड’ को लेकर शहर के बिलासपुर सामाजिक धार्मिक संगठनों में आक्रोश है। हिंदूवादी संगठनों ने इससे पहले भी धरना-प्रदर्शन किया था, तब कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाकर 48 घंटे में रिपोर्ट सार्वजनिक करने का दावा किया था। लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
विद्यार्थियों का आरोप है कि कार्यक्रम के दौरान सभी को एक साथ नमाज पढ़ने को कहा गया, जो धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय में इस प्रकार की जबरदस्ती पहली बार नहीं हो रही है। बल्कि, पहले भी इस तरह का दबाव बनाया जा चुका है।
मुख्य गेट पर प्रदर्शनकारियों की सभा
विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करने का दावा किया गया है। यहां सभा आयोजित की गई है, जिसमें पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर जवाबदेही तय कर कुलपति को हटाने के साथ ही NSS कोआर्डिनेटर को बर्खास्त करने की मांग की है। इस दौरान प्रदर्शनकारी विश्वविद्यालय प्रशासन से जवाबदेही तय करने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की मांग कर रहे हैं।
भगवा जैकेट में नजर आए कार्यकर्ता
विरोध-प्रदर्शन के दौरान वंदे मातरम मित्र मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता केसरिया जैकेट में नजर आए। उन्होंने कहा कि सभी हिंदू संगठन के लोग एकजूट हैं, अगर इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई नहीं होगी तो हिंदू आक्रोश रैली का आयोजन भी किया जाएगा।