खूंटी, 20 जून। NEET 2025 Success Story : झारखंड के खूंटी जिले में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की 11 छात्राओं ने नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इस विद्यालय की 12वीं कक्षा की कुल 28 छात्राओं ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 11 छात्राएं दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग से हैं। यह उपलब्धि विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विद्यालय दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है और यहां 2023 में ही साइंस स्ट्रीम की शुरुआत हुई थी।
जिला प्रशासन के सहयोग से विद्यालय में छात्राओं को नीट और जेईई की तैयारी करवाई जा रही है। इस पहल के परिणामस्वरूप, विद्यालय की गरीब छात्राएं लगातार सफलता प्राप्त कर रही हैं। रोशनी तिग्गा और रूपांजलि कुमारी जैसी छात्राओं ने कठिन परिस्थितियों में पढ़ाई कर यह सफलता हासिल की (NEET 2025 Success Story)है।
हालांकि, नीट में सफलता प्राप्त करने वाली छात्राओं का रैंक अपेक्षाकृत कम है, जिससे सरकारी मेडिकल कालेजों में नामांकन संभव नहीं है। दूसरी ओर, प्राइवेट मेडिकल कालेजों की फीस अत्यधिक होने के कारण छात्राओं के परिवारों के लिए इसे दे पाना मुश्किल है। छात्राएं कहती हैं कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं हैं कि लाखों की फीस चुका सकें। रोशनी का कहना है कि यदि सरकार से मदद नहीं मिली, तो उन्हें बीएससी नर्सिंग जैसे विकल्प अपनाने पड़ेंगे।
झारखंड एजुकेशन प्रोजेक्ट काउंसिल के अनुसार, राज्य में 203 कस्तूरबा गांधी विद्यालय चल रहे हैं, जहां छात्राओं की शिक्षा और रहने-खाने की व्यवस्था सरकार करती है। लेकिन 12वीं के बाद की पढ़ाई के लिए कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही (NEET 2025 Success Story)है। खूंटी की जिला शिक्षा पदाधिकारी अपरूपा पाल चौधरी ने बताया कि कोचिंग की व्यवस्था जिला प्रशासन के फंड से होती है, लेकिन कालेज की फीस के लिए फिलहाल कोई प्रविधान नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएसआर और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से सहयोग मांगा गया है, ताकि इन प्रतिभाशाली बच्चियों का भविष्य संवर सके।