सीजी भास्कर, 31 अगस्त : छत्तीसगढ़ प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मी (NHM Employees Protest) अपनी लंबित मांगों को लेकर लगातार दो सप्ताह से हड़ताल पर डटे हुए हैं। इस बीच, भाजपा सांसद विजय बघेल ने हड़ताली कर्मचारियों का समर्थन करते हुए उनकी मांगों को पूरी तरह वाजिब बताया है और मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री से संवाद कर समाधान का आश्वासन दिया है।
कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को गुमराह किया है, जिसके कारण अब तक किसी भी मांग पर लिखित आदेश जारी नहीं हुआ है, जबकि मंत्री द्वारा बार-बार आश्वासन दिए जा चुके थे। इस स्थिति से एनएचएम कर्मियों (NHM Employees Protest) में गहरा आक्रोश है।
प्रदेश के 33 जिलों में आंदोलनकारी कर्मचारियों ने स्पष्ट किया है कि उनकी नियमितीकरण, ग्रेड पे, लंबित 27% वेतन वृद्धि सहित 10 सूत्रीय मांगों पर अब तक शासन की ओर से कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है।
दुर्ग सांसद एवं भाजपा घोषणा पत्र समिति 2023 के प्रदेश संयोजक विजय बघेल ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि एनएचएम कर्मियों की मांगें जायज़ हैं और यह भाजपा घोषणा पत्र का हिस्सा भी हैं। त्यौहारों के मौसम और मौसमी बीमारियों के बढ़ते प्रकोप के बीच महिला स्वास्थ्य कर्मियों का सड़क पर आंदोलन करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
सांसद बघेल का कहना है कि वे कई बार मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर समस्याओं के समाधान की मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। कर्मचारियों ने कहा कि यह रवैया बेहद निराशाजनक है और इससे उनकी पीड़ा और बढ़ गई है।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी और प्रदेश प्रवक्ता पूरन दास ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि पिछले 20 महीनों में 160 से अधिक बार आवेदन, निवेदन और ज्ञापन दिए गए, लेकिन शासन की अड़ियल नीति के कारण आज आंदोलन की स्थिति बनी है। उनका आरोप है कि शासन के इस रवैये से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है और इसकी जिम्मेदारी सीधे शासन पर है।
कर्मचारियों ने कहा कि यदि उतनी ही तत्परता उनकी मांगों को पूरा करने में दिखाई जाती, जितनी जल्दी नोटिस थमाने में दिखाई गई, तो यह स्थिति नहीं बनती। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे संवाद चाहते हैं और उम्मीद करते हैं कि मुख्यमंत्री शीघ्र हस्तक्षेप करेंगे।
हालांकि चेतावनी दी गई है कि यदि लिखित आदेश शीघ्र जारी नहीं हुए, तो आंदोलन और अधिक उग्र होगा। शासन द्वारा भेजे गए नोटिसों को दमनकारी करार देते हुए कर्मचारियों ने कहा कि वे किसी भी दबाव में नहीं झुकेंगे और आज सभी जिलों में इन नोटिसों को सार्वजनिक रूप से जलाकर विरोध (NHM Employees Protest) दर्ज करेंगे।