सीजी भास्कर, 22 अगस्त। बिहार के बेतिया में जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी प्राचार्य मनीष जायसवाल के खिलाफ शिकायत की बड़ी खबर आ रही है। आरोप है कि कार्यालय में ही प्रिंसिपल शराब पीते हैं, प्रिंसिपल पर छात्राओं ने मसाज कराने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि इस शिकायत पर बेतिया सिविल सर्जन को जांच करने का आदेश दिया गया था लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं होने से आहत छात्राओं ने अब मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गुहार लगाई है।बिहार के बेतिया जिले में स्थित जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी प्राचार्य मनीष जायसवाल की ऑफिस के अंदर ही शराब पीते हुए तस्वीर सामने आई है।
आरोप है कि प्रिंसिपल खुद जाम बनाते हैं और कार्यालय में शराब की बोतल टेबल पर रखते हैं। अब प्राचार्य की इन सब करतूतों की फोटो के साथ जीएनएम कॉलेज की छात्राओं ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है।
छात्राओं ने पत्र में कहा कि मुख्यमंत्रीजी, आप शराबबंदी के पक्षधर हैं फिर ऐसे प्रिंसिपल पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? आखिर क्यों, बेतिया जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान की छात्राएं अपने शराबी प्रभारी प्राचार्य के खौफ में जीने को मजबूर हैं? हमने सभी फोटो को संलग्न कर विभाग को जानकारी भी दी फिर भी कार्रवाई नहीं हुई?गौरतलब हो कि इस शिकायत की बेतिया सिविल सर्जन को जांच करने का आदेश दिया गया था लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं होने से आहत छात्राओं ने अब मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गुहार लगाई है।
दूसरी तरफ सरकारी जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी प्राचार्य मनीष जायसवाल ने कहा कि यह मेरे विरोधियों ने साजिश की है। यह पुराना मामला है जिसमें मैं स्पष्टीकरण दे चुका हूं। पूरे फोटो को एडिट करके मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
नर्सिंग की छात्राओं ने प्रभारी प्राचार्य की करतूतों की तस्वीरें दिखाकर विभाग को इसकी जानकारी दी थी। छात्राओं की शिकायत के बाद निदेशक प्रमुख नर्सिंग, डॉ. सुनील कुमार झा ने इस मामले में बेतिया के सिविल सर्जन को जांच करने का आदेश दिया था। जांच के बाद बेतिया के सीएस ने प्रभारी को दोषी मानते हुए अपनी रिपोर्ट भी भेज दी थी लेकिन हैरानी की बात है कि इस प्रभारी प्राचार्य पर अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी है। प्रभारी की इन करतूतों के कई तस्वीरें भी वायरल हुई हैं।