सीजी भास्कर, 24 अक्टूबर। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर रैगिंग (PG Student Harassment) का मामला सामने आया है। प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रथम वर्ष की पीजी छात्रा ने चार सीनियर छात्राओं पर रैगिंग और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। लगातार तनाव में रहने के कारण छात्रा की तबीयत बिगड़ गई और उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पांच दिन तक इलाज चलने के बाद डॉक्टरों ने उसे 14 दिन के मेडिकल लीव की सलाह दी, जिसके बाद वह घर चली गई।
कॉलेज प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता ने ईमेल के माध्यम से एंटी रैगिंग सेल को शिकायत भेजी थी, जिसमें चार नामजद छात्राओं के खिलाफ अनुशासनहीन व्यवहार, मानसिक दबाव और धमकी देने जैसे आरोप लगाए गए हैं। शिकायत मिलते ही कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच (PG Student Harassment) शुरू कर दी है और गुरुवार को आरोपित छात्राओं के बयान दर्ज किए गए हैं। हालांकि, अभी तक किसी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई है।
विभागाध्यक्ष डा. नीलेश दलाल ने बताया कि समिति पूरे मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि संस्थान में रैगिंग जैसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी पाए जाने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना के सामने आने के बाद मेडिकल छात्रों में चिंता का माहौल है। साथी छात्रों का कहना है कि पीड़िता पढ़ाई में गंभीर (PG Student Harassment) और मेहनती थी, लेकिन हाल के दिनों में वह तनाव में दिखाई दे रही थी। जांच पूरी होने तक कॉलेज ने गोपनीयता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
