बीकानेर , 23 मई 2025 :
Bikaner Septic Tank Accident: राजस्थान के बीकानेर जिले में गुरुवार (22 मई) को बड़ा हादसा हो गया, जब सेप्टिक टैंक में उतरे तीन मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई. एक वूलेन मिल के सेप्टिक टैंक में सफाई करने के दौरान जहरीली गैस के चलते इन मजदूरों की तबीयत बिगड़ती चली गई. अब कांग्रेस के नेता लगातार इस मामले को लेकर बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं. सचिन पायलट ने भी इसपर निशाना साधा है.
राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “बीकानेर में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत अत्यंत पीड़ादायक और निंदनीय है. मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना
वहीं, पीएम मोदी के बीकानेर दौरे पर निशाना साधते हुए टीकाराम जूली ने कहा, “प्रधानमंत्री आज बीकानेर में ही भाषण दे रहे थे लेकिन उन्हें बीकानेर में ही हुई ये दर्दनाक मौतों की चीख सुनाई नहीं दी. वे मृतकों के परिवारजनों को संवेदनाएं तक व्यक्त नहीं कर सके. दु:खद.”
‘मैनुअल स्कैविंजिंग चिंता का विषय’
टीकाराम जूली ने आगे लिखा, “मैनुअल स्कैवेंजिंग मानवता पर कलंक है. कभी अपने भाषणों में मैनुअल स्कैवेंजिंग कानून की बड़ी-बड़ी बातें बताने वाले मोदी जी, राजस्थान में आपकी सरकार है, जो मैनुअल स्कैवेंजिंग का प्रतिषेध और पुनर्वास अधिनियम, 2013 की पालना नहीं कर रही है. प्रदेश में आए दिन इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. हाल में अलवर, डीग सहित अनेक जगह ऐसी घटनाएं हुईं और सरकारें मौन हैं. प्रशासन लापरवाह है, असंवेदनशील है. बिना किसी सुरक्षा उपकरण और उचित निगरानी के मजदूरों को सफाई के लिए उतार जाना मानवाधिकार का सीधा उल्लंघन है.”
‘बीकानेर में हुई इन मौतों की जिम्मेदारी कौन लेगा?’
टीकाराम जूली ने सरकार से मांग की है कि “मैनुअल स्कैवेंजिंग” की कठोरता से अनुपालना की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं ना हों. मृतकों के परिवारजनों को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाएं और हादसे की जांच करवाकर बीकानेर प्रशासन एवं दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
सचिन पायलट ने भी व्यक्त किया दुख
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोशल मीडिया के जरिए हादसे पर दुख व्यक्त किया है और सरकार पर हमला बोला है. एक्स पर उन्होंने लिखा, “बीकानेर में तीन मजदूरों की फैक्ट्री में बने सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से दर्दनाक मौत हो गई. मैं पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. यह हादसा घोर लापरवाही और असंवेदनशीलता को दर्शाता है. बिना किसी सुरक्षा उपकरण और उचित निगरानी के मजदूरों को सफाई के लिए उतार दिया गया, जो मानवाधिकार का सीधा उल्लंघन है. मैं इस हादसे की जांच की मांग करता हूं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.”