बिलासपुर, छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वर्दी सिर्फ कानून का प्रतीक नहीं, बल्कि इंसानियत की रक्षक भी है। बिलासपुर ज़िले से गुमशुदा हुए 151 बच्चों को पुलिस ने खोज निकाला और उन्हें सकुशल उनके परिवारों से मिलाया।
इस बड़ी सफलता में 137 बालिकाएं और 14 बालक शामिल हैं, जिनकी उम्र 6 से 9 साल के बीच थी।
देशभर में चलाया गया सर्च ऑपरेशन
बिलासपुर की एएसपी अर्चना झा ने जानकारी दी कि 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाए गए इस विशेष अभियान में पुलिस टीमों को छत्तीसगढ़ से बाहर भी रवाना किया गया।
बच्चों की तलाश के लिए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्यों में पुलिस टीमों ने डेरा जमाया। कई मामलों में तकनीकी सहायता और स्थानीय प्रशासन की मदद से बच्चों को खोज निकाला गया।
एएसपी अर्चना झा ने क्या कहा?
“ऑपरेशन मुस्कान का उद्देश्य केवल बच्चों को ढूंढना नहीं, बल्कि उनके खोए हुए बचपन और परिवार की मुस्कान लौटाना है। हमारी पुलिस टीमों ने दिन-रात एक करके यह कार्य पूरा किया।”
जून में 1056 गुमशुदा वयस्कों को भी घर पहुंचाया
यह पहली बार नहीं है जब बिलासपुर पुलिस ने गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश में इतनी बड़ी सफलता हासिल की हो।
जून 2025 में चलाए गए ‘ऑपरेशन तलाश’ के दौरान जिले में 1,056 लापता पुरुषों और महिलाओं को भी उनके परिवारों से मिलाया गया था।
पुलिसकर्मियों को मिलेगा सम्मान और इनाम
बिलासपुर के एसएसपी रजनेश सिंह ने अभियान में शामिल पुलिसकर्मियों की इस मेहनत और संवेदनशीलता की सराहना की है।
उन्होंने बताया कि,
“जो भी अधिकारी इस ऑपरेशन में शामिल थे, उन्हें विशेष इनाम और सम्मानित किया जाएगा। यह न केवल उनका मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि समाज में पुलिस की छवि को और मजबूत करेगा।”
