सीजी भास्कर, 8 अगस्त |
रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजनीति में गर्मी अब केवल भाषणों तक सीमित नहीं रही। बिजली बिल और केते एक्सटेंशन जैसे जनमुद्दों से शुरू हुई जुबानी जंग अब सोशल मीडिया पर कार्टून और मीम युद्ध में बदल गई है। कांग्रेस और बीजेपी – दोनों पार्टियों ने बुधवार को एक-दूसरे के नेताओं को जानवरों के रूप में दर्शाते हुए विवादित पोस्ट किए, जिससे राजनीतिक पारा और चढ़ गया।
क्या है पूरा मामला?
बुधवार को कांग्रेस की ओर से एक मीम पोस्ट किया गया, जिसमें भाजपा नेताओं को जानवर के रूप में दर्शाया गया। जवाब में भाजपा ने भी पलटवार करते हुए कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाते हुए आपत्तिजनक कार्टून जारी किए।
इस वॉर में शब्द नहीं, बल्कि मीम और विजुअल्स अब हथियार बन चुके हैं।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा –
“भाजपा को जनता को बताने के लिए कोई ठोस एजेंडा नहीं बचा है। वह सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस नेताओं के चरित्र पर हमला कर रही है। यह आरएसएस की सिखाई हुई सोच का ही परिणाम है।”
वहीं भाजपा नेता दीपक उज्जवल ने पलटवार करते हुए कहा –
“कांग्रेस लगातार पीएम और सीएम पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही है। सोशल मीडिया पर भी उनका व्यवहार अमर्यादित है। अब बीजेपी उसी भाषा में जवाब देगी।”
राजनीति का गिरता स्तर – वरिष्ठ पत्रकारों की चिंता
वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा ने इस पूरे विवाद पर चिंता जताई और कहा –
“नेहरू, पटेल और अटल जी की राजनीति की विरासत का दावा करने वाले दल आज बंदर और कुत्ते जैसे कार्टून बनाकर एक-दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं। यह युवा पीढ़ी के लिए शर्मनाक उदाहरण है।”
शर्मा का कहना है कि पिछले 25 सालों से छत्तीसगढ़ की राजनीति को करीब से देख रहे हैं, लेकिन जितना स्तर अब गिरा है, वैसा पहले कभी नहीं देखा।
पहले भी हो चुका है सोशल मीडिया टकराव
यह पहली बार नहीं है जब दोनों पार्टियों ने सोशल मीडिया को युद्धभूमि बनाया है। विधानसभा चुनाव से पहले भी एक-दूसरे पर तीखे मीम और टिप्पणियों की बौछार हो चुकी है।
हालांकि तब वरिष्ठ नेताओं के निर्देश पर इस तरह की पोस्टिंग पर थोड़ी लगाम लगी थी, मगर अब फिर वही दौर लौटता दिख रहा है।