बिलासपुर, 21 जुलाई 2025:
रक्षाबंधन 2025 को लेकर इस बार डाक विभाग ने एक भावनात्मक और सुविधाजनक पहल की है। त्योहार से पहले बहनों की राखियां समय पर और सुरक्षित तरीके से उनके भाइयों तक पहुंचें – इसी उद्देश्य से छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में ‘पीली डाक पेटियों’ (Yellow Mailboxes) की शुरुआत की गई है।
क्या है ‘पीली डाक पेटी’ योजना?
इस योजना के तहत, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा और मुंगेली जैसे जिलों के प्रमुख डाकघरों में विशेष पीले रंग की पेटियां लगाई गई हैं। इनमें केवल राखियां और उनसे जुड़े पत्र ही स्वीकार किए जाएंगे। इन पत्रों को आम डाक से अलग रखकर प्राथमिकता के आधार पर प्रोसेस किया जाएगा।
रोजाना खाली होगी पेटी, मिलेगी ट्रैकिंग की सुविधा
डाक अधीक्षक विनय प्रसाद ने जानकारी दी कि यह पीली डाक पेटी हर दिन एक निर्धारित समय पर खाली की जाएगी और राखियों की तेजी से छंटाई और डिलीवरी की व्यवस्था रहेगी।
अगर बहनें चाहें तो वे अपनी राखी को स्पीड पोस्ट या रजिस्टर्ड डाक के जरिए भेज सकती हैं, जिससे वे उसकी ट्रैकिंग भी कर सकेंगी।
रक्षाबंधन की भावना से जुड़ी पहल
राखी सिर्फ एक धागा नहीं, भाई-बहन के रिश्ते का सबसे पवित्र प्रतीक है। डाक विभाग की यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि इस बंधन की डोर वक्त पर पहुंचे और त्योहार की गरिमा में कोई कमी न आए।
त्योहार पर समय पर डिलीवरी की गारंटी
रक्षाबंधन पर हर साल लाखों बहनें अपने भाइयों को राखी भेजती हैं। डाक विभाग की इस पहल से अब उन्हें यह चिंता नहीं सताएगी कि कहीं डाक समय पर न पहुंचे। यह सिस्टम बहनों के विश्वास और भावनाओं की डोर को समय पर जोड़ने का माध्यम बनेगा।