सीजी भास्कर, 19 अप्रैल : हिंदू धर्म में युगों का विशेष महत्व है, और कलियुग को सबसे अंधकारमय और पापमय युग (Premanand Ji Maharaj) माना गया है। हाल ही में वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज ने कलियुग के बारे में एक भविष्यवाणी की है।
उन्होंने कहा कि कलियुग में ऐसा समय आएगा जब लोग सत्य और धर्म के मार्ग को छोड़ देंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाला समय कितना भयानक और विनाशकारी हो सकता है। प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, कलियुग की कुल अवधि 4 लाख 32 हजार वर्ष है, और वर्तमान समय इसी युग का एक हिस्सा है, जिसमें अधर्म, झूठ और पाखंड लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) के सत्संग करोड़ों लोगों के लिए आध्यात्मिक मार्गदर्शन का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन चुके हैं। हाल ही में उन्होंने एक वीडियो में कलियुग की स्थिति पर भी चर्चा की थी। उन्होंने कहा, “जब ये सभी नकारात्मक शक्तियां अपने चरम पर पहुंच जाएंगी, तब भगवान सच्चिदानंद स्वयं कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर आएंगे और अधर्म का नाश कर सतयुग की पुनर्स्थापना करेंगे।”
“जब कलियुग का प्रभाव बढ़ता है, तो समाज में अधर्म का प्रकोप बढ़ जाता है। लोग पाखंड के रास्ते पर चलने लगते हैं और सत्य का मार्ग धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। साधु-संन्यासी भी धन के लालच में आकर शास्त्रों की गलत व्याख्या करने लगते हैं। स्त्रियों की इच्छाएं बढ़ती हैं, मर्यादा का उल्लंघन होता है, और संतानें अपवित्र आचरण अपनाती हैं।”
“व्यापार में धोखाधड़ी सामान्य हो जाती है, और लोग छोटी-छोटी बातों के लिए भी धोखा देने लगते हैं। महाराज जी का संदेश है कि इस युग में भक्ति ही एकमात्र सुरक्षा का मार्ग है।” “प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) कहते हैं कि कलियुग में महाप्रलय के समय सूखा पड़ेगा और लोग भूख से तड़पने लगेंगे। इस युग में लोग अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रेम का दिखावा करेंगे।”