बांग्लादेश , 25 मार्च 2025 :
Bangladesh News: बांग्लादेश में पिछले साल हुए तख्तापलट के बाद से हर रोज हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. बीते कुछ दिनों से मोहम्मद यूनुस की अंतिरम सरकार के बांग्लादेश के भीतर विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच वहां के आर्मी चीफ की मीटिंग और आतंकी चेतावनी के बाद एक बार फिर ये कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या बांग्लादेश में फिर से तख्तापलट होगा.
प्रदर्शन के बाद सेना ने बढ़ाई गतिविधि
हाल के कुछ दिनों में बांग्लादेश के भीतर ऐसे घटनाक्रम हुए हैं, जिससे सोशल मीडिया पर ये कयास लगाए जाने लगे कि बांग्लादेश की सत्ता से मोहम्मद यूनुस को कभी बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. ढाका में एक के बाद एक विरोध प्रदर्शन और आर्मी चीफ के खिलाफ सोशल मीडिया कैंपेन के बाद सेना ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान तख्तापलट की अफवाहें ज्यादा गरम है और इस पर न तो मोहम्मद यूनुस और न ही सेना प्रमुख वकार उज जमान ने कोई प्रतिक्रिया दी है.
सेना प्रमुख ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
बांग्लादेश की सेना की बैठकों की रिपोर्ट ने इस अटकल को और पुख्ता कर दिया है कि देश के राजनीतिक हालात को लेकर सेना प्रमुख के पास पर्याप्त जानकारी नहीं है. सेना प्रमुख ने आतंकवादी हमलों के खिलाफ भी चेतावनी दी है और देश में चौकसी और सुरक्षा बढ़ाने की बात कही है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेशी सेना प्रमुख की ओर से एक इमजेंसी बैठक बुलाई गई, जिसमें पांच लेफ्टिनेंट जनरल, आठ मेजर जनरल, स्वतंत्र ब्रिगेड के कमांडिंग अफसर और सेना मुख्यालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.
सेना बना सकती है राष्ट्रपति पर दवाब
इस बैठक के बाद यह कहा जा रहा है कि बांग्लादेश की सरकार और वहां के सेना प्रमुख के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक इस बैठक में आर्मी चीफ ने देश में बढ़ते चरमपंथ के बीच सुरक्षा उपायों पर चर्चा की. रिपोर्ट के मुताबिक सेना या तो राष्ट्रपति पर देश में आपातकाल लागू करने का दबाव बना सकती है या फिर यूनुस सरकार के खिलाफ तख्तापलट कर खुद सत्ता पर काबिज हो सकती है.
प्रदर्शकर्मी से सेना नाराज
बीते कुछ दिनों में बांग्लादेश में कई राजनीतिक दल और छात्र संगठन ने वहां की आर्मी के खिलाफ प्रदर्शन भी किए हैं, जिस वजह से सेना का एक ग्रुप नाराज है. सेना ने इस प्रदर्शन को काबू में करने के लिए प्लानिंग की है. चीन के हैनान प्रांत में 25-28 मार्च तक बोआओ फोरम फॉर एशिया सम्मेलन (BFA) में भाग लेने के लिए मोहम्मद यूनुस के आमंत्रित किया गया है. उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब बांग्लादेश के राजनीति हालात काफी उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है.