सीजी भास्कर, 11 जुलाई : बरसात के दौरान (Rainy Season Food Safety) डायरिया, फूड प्वाइजनिंग, सर्दी-जुकाम और वायरल संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों ने बच्चों और युवाओं को खास सावधानी बरतने की सलाह दी है। आयुर्वेदिक उपायों में तुलसी, गिलोय और अदरक का सेवन फायदेमंद माना गया है। उबला पानी पीने पर जोर।
मानसून के मौसम में वायरल संक्रमण और पेट से जुड़ी बीमारियों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। रायगढ़ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जगत ने बताया कि बारिश के चलते डायरिया, फूड प्वाइजनिंग, सर्दी-जुकाम और बुखार जैसे मामले बढ़ रहे हैं, विशेष रूप से बच्चों, युवाओं और महिलाओं में। उन्होंने कहा कि खुले में बिकने वाले दूषित फास्ट फूड और साफ पानी की कमी संक्रमण की बड़ी वजह है। बारिश में खाना पकाने, खाने और पीने के हर चरण में सावधानी जरूरी है।
आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय नायक ने बताया कि बरसात के मौसम में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, इसलिए इम्युनिटी बढ़ाने वाले आहार जरूरी हैं। उन्होंने सलाह दी कि लोग तुलसी, गिलोय और अदरक का सेवन गुनगुने पानी के साथ करें। इसके अलावा, हल्का व्यायाम, पौष्टिक आहार, और उबला पानी पीना बेहद लाभकारी होगा।
लोगों से की गई ये अपील Rainy Season Food Safety
भोजन में अधिक तला-भुना, खट्टा और मसालेदार खाना टालने की सलाह दी गई है। इसकी जगह दलिया, खिचड़ी, दूध, मौसमी फल और हरी सब्जियां शामिल करना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे हाइजीन का विशेष ध्यान रखें, खुद को हाइड्रेटेड रखें, और जरूरत पड़ने पर ORS या इलेक्ट्राल का सेवन करें। संक्रमण के किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।