सीजी भास्कर, 3 नवंबर। राजधानी रायपुर के बहुप्रतीक्षित स्काईवाक प्रोजेक्ट (Skywalk Project Raipur) का काम अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने गर्डर और स्लैब लांचिंग की तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए रात्रिकालीन ट्रैफिक ब्लॉक की अनुमति कलेक्टर से मांगी गई है। अधिकारियों के अनुसार, यह चरण सबसे तकनीकी रूप से जटिल और संवेदनशील होगा क्योंकि इसमें 5 से 6 मीटर ऊंचाई पर भारी-भरकम स्टील गर्डर क्रेन से फिट किए जाएंगे।
रात में चलेगा काम, सुरक्षा पर रहेगा फोकस
पीडब्ल्यूडी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार, रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक स्काईवाक क्षेत्र में ट्रैफिक ब्लॉक रहेगा। इस दौरान गर्डर और स्लैब इंस्टालेशन का कार्य लगातार चलेगा, ताकि परियोजना तय समय सीमा में पूरी हो सके। पुलिस और ट्रैफिक विभाग की संयुक्त टीम मौके पर मौजूद रहेगी। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी, सिग्नलिंग लाइट और बैरिकेडिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाएगी।
अब तक 47 गर्डर और 19 स्लैब लग चुके
इंजीनियरों के अनुसार, स्काईवाक (Skywalk Project Raipur) में कुल 63 स्टील गर्डर और 25 प्रीकास्ट स्लैब लगाए जाने हैं। इनमें से 47 गर्डर और 19 स्लैब का इंस्टॉलेशन पूरा हो चुका है, जबकि 16 गर्डर और 6 स्लैब का कार्य अगले चरण में किया जाएगा। सभी गर्डर का निर्माण भिलाई वर्कशॉप में पूरा कर लिया गया है, जिन्हें अब क्रेन और हैवी ट्रांसपोर्टर की मदद से साइट पर लगाया जाएगा।
ट्रैफिक डायवर्जन और वैकल्पिक रूट तय होंगे
काम के दौरान ट्रैफिक बाधित न हो, इसके लिए वैकल्पिक मार्ग तय किए जाएंगे। पुलिस विभाग ने डायवर्जन का प्रस्ताव तैयार किया है। कलेक्टर से स्वीकृति मिलते ही योजना लागू कर दी जाएगी। निर्माण स्थल से गुजरने वाले वाहनों को वन-वे सिस्टम से डायवर्ट किया जाएगा।
शास्त्री चौक में बनेगा रोटेटरी और 12 एस्केलेटर
पीडब्ल्यूडी की योजना के अनुसार, स्काईवाक का सेंट्रल हब शास्त्री चौक पर विकसित किया जाएगा। यहां से चारों दिशाओं में आवागमन के लिए 5 मीटर चौड़ी रोटेटरी बनेगी।
यात्रियों की सुविधा के लिए 12 स्थानों पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाने की योजना है, जिससे आंबेडकर अस्पताल और डीकेएस अस्पताल तक आसानी से पहुंचा जा सके।
(Skywalk Project Raipur) 37.75 करोड़ की लागत से बन रहा प्रोजेक्ट
रायपुर का यह महत्त्वाकांक्षी स्काईवाक प्रोजेक्ट लगभग ₹37.75 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है। इसका उद्देश्य शहर के प्रमुख अस्पतालों, व्यावसायिक इलाकों और शास्त्री चौक को पैदल मार्ग से जोड़ना है, जिससे ट्रैफिक लोड कम हो और नागरिकों को सुरक्षित आवागमन का विकल्प मिले।
