सीजी भास्कर, 13 अगस्त : रतनपुर स्थित सिद्धी विनायक मंदिर के सामने एक (Ratanpur Accident) वाहन ने सड़क पर बैठे गोवंशों को टक्कर मार दी। हादसे में एक गाय स्कार्पियो में फंस गई, जिसे ड्राइवर करीब 30 फीट तक घसीटता रहा। राहगीरों की सतर्कता से वाहन रोका गया और ड्राइवर को पुलिस के हवाले कर दिया गया। रतनपुर मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
सिद्धी विनायक मंदिर के पास सड़क पर कुछ मवेशी आराम कर रहे थे। उसी समय बिलासपुर की ओर से आ रही (Ratanpur Accident) वाहन ने गोवंशों को टक्कर मारी। हादसे के दौरान एक गाय वाहन में फंस गई और ड्राइवर उसे घसीटते हुए भागने की कोशिश करने लगा। करीब 30 फीट तक यह दृश्य जारी रहा। राहगीरों ने हस्तक्षेप कर वाहन रोका। हादसे में एक गाय की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस मौके पर पहुंचकर ड्राइवर को हिरासत में लिया और वाहन जब्त कर थाने ले गई। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है।
मालिक की तलाश जारी
गोवंशों को सड़क पर बेसहारा छोड़ने वालों के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। मंगलवार की शाम हुए इस हादसे में एक गाय की मृत्यु हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त वाहन को जब्त कर मालिक की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके बाद मालिक के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सड़कों पर बढ़ती मौतें
जिले की सड़कें अब बेजुबानों की कब्रगाह बनती जा रही हैं। कुछ महीने पहले नेशनल हाईवे 49 पर एक ही रात में दो अलग-अलग स्थानों पर अज्ञात वाहन द्वारा 30 गोवंशों को कुचल दिया गया, जिससे 24 मवेशियों की मौत हुई। इससे पहले 16 जुलाई को रतनपुर क्षेत्र में एनएच 130 पर हादसे में 18 गोवंशियों की जान चली गई। 17 जुलाई को हाई कोर्ट ने इस पर स्वत: संज्ञान लिया और राज्य शासन को कड़ी फटकार लगाई। प्रशासन ने मवेशी पालकों और वाहन चालकों को जागरूक करने और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, लेकिन धरातल पर फिर से मौतें सामने आई हैं।
हाई कोर्ट के निर्देश बेअसर
गोवंशों की सुरक्षा को लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट कई बार राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को दिशा-निर्देश दे चुका है। कोर्ट ने सड़क पर घूमते मवेशियों को हटाने के स्थायी उपाय सुझाने और दुर्घटनाओं को रोकने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन केवल जागरूकता अभियान चलाने तक सीमित है और गंभीर कदम नहीं उठा रहा है।