सीजी भास्कर, 28 मार्च |
उज्जैन पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लैंड पुलिंग मामले पर कहा कि उज्जैन मुख्यमंत्री का गृह जिला है, जहां परंपरागत रूप से हर सिंहस्थ के दौरान किसानों की जमीन एक साल के लिए लीज पर ली जाती है और उन्हें मुआवजा भी दिया जाता है। मुख्यमंत्री को किसानों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिए और समाधान निकालना चाहिए। आखिर किसानों को आंदोलन करने की नौबत क्यों आ रही है?
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह शुक्रवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उज्जैन के आगर रोड पहुंचे थे। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री ने किसानों से बिना विचार-विमर्श किए लैंड पूलिंग को लेकर अपना निर्णय सुना दिया है। उन्हें जानकारी मिली कि यूडीए के अध्यक्ष और मंदिर के प्रशासक की भूमिका एक ही अधिकारी निभा रहे हैं। सिंह ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे किसानों के साथ संवाद करें और उनकी समस्याओं का समाधान निकालें, क्योंकि यह उनकी जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के कई नेता, कार्यकर्ता और किसान भी पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। कार्यक्रम के बाद दिग्विजय सिंह घट्टिया तहसील में एक स्कूल के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए।