सीजी भास्कर, 25 जुलाई |
छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कई जिलों में सड़कों से लेकर कॉलोनियों तक पानी भर गया है। कहीं करंट से मौत, तो कहीं मासूम की तलाश में रेस्क्यू टीमें जुटी हैं।
बिलासपुर में करंट से मौत: रिटायर्ड प्रोफेसर नहीं रहे
बिलासपुर के स्वर्णजयंती नगर में एक दुखद हादसा सामने आया है। भारी बारिश के चलते घर में पानी घुस आया, और उसी दौरान इन्वर्टर का प्लग निकालते वक्त 62 वर्षीय रिटायर्ड प्रोफेसर को करंट लग गया। परिवार उन्हें अस्पताल ले गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
मासूम बच्चा नाले में बहा, 8 लोग बचे
इसी जिले के सीपत थाना क्षेत्र में हरेली पर्व के दिन एक परिवार मंदिर दर्शन के बाद लौट रहा था। कार जैसे ही नाले पर पहुंची, तेज बहाव में बह गई। कार में कुल 9 लोग थे — जिनमें से 8 किसी तरह तैरकर बच निकले, लेकिन एक 3 साल का बच्चा बह गया। SDRF और स्थानीय प्रशासन द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
कोरबा और अंबिकापुर: सड़कें टूटीं, संपर्क बाधित
कोरबा के घिनारा नाले का जलस्तर अचानक इतना बढ़ गया कि आसपास के कई गांवों का मुख्य सड़क संपर्क टूट गया है। वहीं अंबिकापुर के मैनपाट क्षेत्र में मछली नदी उफान पर है। पुलिया बह जाने के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
पेंड्रा में भी पुल टूटने से 6 गांव बाकी ज़िले से कट गए हैं। मरम्मत कार्य जारी है, लेकिन तेज बारिश से काम में दिक्कतें आ रही हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट: 6 जिले रेड जोन में
भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को 6 जिलों – बलरामपुर, जशपुर, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव और कांकेर में रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी है।
वहीं, राजनांदगांव, रायगढ़, बस्तर, दंतेवाड़ा, कोरिया समेत 14 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और रायपुर, महासमुंद, बेमेतरा, दुर्ग समेत 9 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।