सीजी भास्कर, 3 नवंबर। मानवता और संवेदनशीलता की मिसाल पेश करते हुए छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के रोहांसी नगर पंचायत (Rohansi News) के पार्षद अजय ध्रुव ने एक भटके हुए हिरण के शावक की जान बचाई। सोमवार सुबह उनके जोरा डबरी स्थित खेत में लगभग एक से दो दिन के नवजात शावक के पहुंचने से गांव में हलचल मच गई। आसपास के इलाके में आवारा कुत्तों की मौजूदगी से शावक की जान को खतरा था। स्थिति को देखते हुए पार्षद ने साहसिक निर्णय लिया और उसे सुरक्षित उसके धमनी जंगल स्थित झुंड के पास छोड़ दिया।
अजय ध्रुव ने बताया कि वे रोज़ाना की तरह सुबह लगभग 7 बजे अपने खेतों में काम करने पहुंचे, तभी उन्होंने देखा कि एक छोटा हिरण (Rohansi News) का बच्चा खेत के किनारे कांपता हुआ खड़ा है। शावक स्पष्ट रूप से अपने झुंड से बिछड़ा हुआ और भयभीत लग रहा था। उन्होंने तत्काल वन विभाग से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी अधिकारी या कर्मचारी से संपर्क नहीं हो सका।
इसके बाद पार्षद ध्रुव ने खुद पहल करते हुए शावक को सावधानीपूर्वक उठाया और अपने वाहन से पास के धमनी वन ग्राम की ओर ले गए। वहां उन्होंने आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण कर हिरणों के झुंड की दिशा का पता लगाया और सुरक्षित दूरी से शावक को उसी झुंड के समीप छोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि शावक बहुत डरा हुआ था, शायद रातभर भटकता रहा होगा। उसे देखकर लगा जैसे मां को पुकार रहा हो। मन नहीं मान रहा था कि उसकी जान खतरे में छोड़ दूं, इसलिए उसे वापस जंगल तक पहुंचाना जरूरी था। गांव के लोगों ने पार्षद अजय ध्रुव के इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कदम न केवल जंगली जीवों की सुरक्षा के लिए प्रेरक हैं, बल्कि यह इंसानियत और प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता का प्रतीक भी हैं।
