सीजी भास्कर, 9 दिसंबर। छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नया पहल शुरू करते हुए “चेन्दरू” राज्य ग्रामीण पर्यटन पुरस्कार (Rural Tourism Award) की घोषणा की है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों और संस्थाओं को दिया जाएगा जिन्होंने ग्रामीण पर्यटन क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है। राज्य सरकार का मानना है कि इस पुरस्कार से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन, सांस्कृतिक संरक्षण और पर्यटन आधारित आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी।
पर्यटन विभाग द्वारा जारी नियमों के अनुसार, यह पुरस्कार हर वर्ष दिया जाएगा। विजेता को एक लाख रुपये नगद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए छह सदस्यीय निर्णायक मंडल गठित किया गया है। इस मंडल में पर्यटन विभाग के अधिकारी, इंडिया टूरिज्म और सीजीटीटीए के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे।
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। इसके अलावा ग्रामीण हस्तशिल्प, लोक संस्कृति और सांस्कृतिक परंपराओं का संरक्षण भी सुनिश्चित होगा। राज्य सरकार का यह कदम ग्रामीण पर्यटन को वैश्विक मान्यता दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
“चेन्दरू” पुरस्कार की घोषणा से ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और लोगों में स्थानीय पर्यटन स्थलों का भ्रमण बढ़ाने की प्रवृत्ति भी विकसित होगी (Rural Tourism Awards)। इससे न केवल पर्यटकों के लिए नए अनुभव सुलभ होंगे बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में दीर्घकालिक सुधार भी देखा जा सकेगा।


