सीजी भास्कर, 17 फरवरी। (Shahdol Coal Mine Accident) मध्यप्रदेश के शहडोल जिला अंतर्गत बुढ़ार थाना क्षेत्र में कल शाम धनगवां गांव में अवैध कोयला खदान धंस गई। इस दुर्घटना में 40 वर्षीय ओमकार यादव उर्फ भौतु और उसकी 36 वर्षीय पत्नी पार्वती यादव की दबकर मौत हो गई। यह हादसा करीब शाम 7 बजे हुआ। सूचना मिलते ही कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और एसपी रामजी श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। रात भर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद जेसीबी की मदद से दोनों के शव निकाले गए।
आपको बता दें कि ओमकार और पार्वती यादव के घर में अब सिर्फ उनकी पांच बेटियां रह गई हैं। बड़ी बेटी ममता यादव (18 वर्ष), रजनी यादव (15 वर्ष), शशि यादव (11 वर्ष), उर्मिला यादव (9 वर्ष) और सबसे छोटी शिवानी (2 वर्ष) है। कुछ महीनों पहले ही उनका इकलौता बेटा रवींद्र (7 वर्ष) सर्पदंश का शिकार हो गया था। गांव में खबर फैलते ही मातम छा गया। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर थी और अब माता-पिता के चले जाने से इन बेटियों के भविष्य को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
ग्रामीणों के अनुसार धनगवां गांव में पिछले कई महीनों से अवैध कोयला खदानें चल रही थीं। हर दिन 70 से अधिक मजदूर इन खदानों में उतरते थे और कोयला निकालते थे। मजदूरों के छोटे-छोटे समूह बनते थे और निकाले गए कोयले को 3000 रुपये प्रति ट्रैक्टर-ट्रॉली की दर से बेचा जाता था। ग्रामीणों ने कई बार इस अवैध खनन की शिकायत की लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब इस हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आया।
कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने इलाके की सभी अवैध खदानों को बंद करने के आदेश दिए हैं। प्रशासनिक अमला तुरंत मौके पर पहुंचा और जेसीबी की मदद से रात भर इन खदानों को बंद करने का काम चला। कलेक्टर ने कहा कि धनगवां गांव में अवैध रूप से कोयले की खुदाई हो रही थी जिससे यह हादसा हुआ, हमने अवैध खदानों को बंद करने और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।