सीजी भास्कर, 25 जून। 12वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे ने गाना सुनने से रोकने पर अपनी मां की हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को बेड पर डाल दिया। छोटे बेटे के घर लौटने पर मामले का खुलासा हुआ और पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
महिला के बड़े बेटे ने पहले दुपट्टे से गला घोंट कर हत्या कर दी और फिर शव को बेड के अंदर डाल दिया। घटना की जानकारी तब हुई जब मृतक महिला का छोटा बेटा स्कूल से लौटा और मां को ढूंढने लगा।
उसने अपने बड़े भाई से पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। काफी देर ढूंढने के बाद जब छोटे बेटे ने बेड का एक हिस्सा थोड़ा सा उठा हुआ देखा तो उसने बेड खोला। उसमें उसकी मां का शव पड़ा हुआ था. शव देख आस-पास के लोग जुट गए।
दावा किया गया कि महिला की सांसें चल रही हैं। आनन-फानन में पुलिस ने अस्पताल भेजा, लेकिन डॉक्टर ने उसको मृत घोषित कर दिया।
अभी तक कि जांच में गुस्से में मां की हत्या की बात सामने आई है। कानपुर के रावतपुर क्षेत्र में उर्मिला राजपूत एक आदमी के साथ लिव इन में रहती थी। उसके दोनों बच्चे भी साथ में रहते थे।
मिली जानकारी के अनुसार उर्मिला के पहले पति से एक बेटा है, जो 12वीं क्लास में पढ़ता है। दूसरा बेटा 10वीं क्लास में पढ़ता है। पुलिस की पूछताछ में अभी तक जो जानकारी सामने निकल कर आई है।
उसके अनुसार दोनों बेटों के बीच घर के काम बांटे गए थे. मंगलवार को छोटा बेटा स्कूल चला गया जबकि बड़ा बेटा घर में था। मां ने बड़े बेटे से बर्तन धोने को बोला और खुद बीपी की दवा लेकर सोने चली गई।
क्यों की मां की हत्या?
एसीपी रंजीत कुमार ने बताया कि बेटा तेज आवाज में गाना सुन रहा था। उर्मिला का बीपी बढ़ा हुआ था तो उसने बेटे से गाना बंद करने को कहा। बेटा नहीं माना तो उर्मिला ने स्पीकर तोड़ दिया।
इस बात से बड़ा बेटा गुस्से में आ गया और उसने मां को धक्का दे दिया। धक्के की वजह से मां जमीन पर गिर गई और उसकी नाक टूट गई। इससे बड़ा बेटा घबरा गया कि कहीं मां सबको बता न दे तो उसने दुपट्टे से मां का गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को छुपाने के उद्देश्य से बेड के अंदर पैक कर दिया।
दोपहर जब छोटा बेटा स्कूल से वापस आया तो उसने मां को ढूंढा और बेड के पास दुपट्टा फंसा देखा। बेड खोलने पर मां का शव अंदर मिला. छोटे बेटे को लगा कि मां की सांस चल रही है तो उसने तुरंत अपने मामा और पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने उर्मिला को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने उसको मृत घोषित कर दिया।
एसीपी रंजीत कुमार के अनुसार अभी तक की पूछताछ में गुस्से में मां की हत्या करने की बात बड़े बेटे ने कबूल की है। जो आरोप मृतका कि बहन ने लगाए हैं उस पर भी जांच होगी।
इस मामले में अभी भी कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब नहीं मिल सके हैं। उर्मिला का वजन तकरीबन 90 किलो था। क्या एक 12वीं के छात्र के लिए यह संभव है कि इतने भारी शरीर को बेड के अंदर पैक कर पाए?
उर्मिला की बहनों ने उर्मिला के साथ रहने वाले आदमी पर भी हत्या का आरोप लगाया है?
पुलिस का मानना है कि मृतका की बहन अपने भांजे को बचाने के लिए ऐसा कह रही है।