10 मई 2025 :
Martyrs Murali Naik Jawan: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सीमा पार से गोलाबारी के दौरान शहीद हुए जवान मुरली नाइक के पिता श्रीराम नाइक ने कहा कि उनके बेटे ने उनके विरोध के बावजूद सेना में शामिल होने का फैसला लिया था. वह देश की सेवा करना चाहता था. देश के लिए जान देने वाले जवान मुरली नाइक के पिता ने कहा कि उनका 23 साल का बेटा कम से कम एक साल के लिए सेना की वर्दी पहनना चाहता था. 2022 में अग्निवीर भर्ती के तहत शामिल हुए मुरली नाइक शुक्रवार (9 मई) तड़के ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए.
मुंबई के घाटकोपर में कामराज नगर इलाके में अपने आवास पर शहीद मुरली नाइक के पिता श्रीराम नाइक ने बताया कि उनके बेटे मुरली ने नासिक के देवलाली में फौजी की ट्रेनींग ली थी. मुरली उनका इकलौता बेटा था.
बेटे की खबर सुन पूरी तरह से टूट गई मां
मुरली के पिता ने भावुक होते हुए कहा कि मुरली को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जम्मू और कश्मीर में तैनात किया गया था, लेकिन उसने अपने माता-पिता से कहा था कि वह पंजाब में तैनात है ताकि वे भारत-पाक संघर्ष के मद्देनजर घबराएं नहीं. पिता ने बताया, ” हमें यह भयानक समाचार सुबह 9.00 बजे मिला जब सेना के अधिकारियों ने हमें फोन किया. मेरी पत्नी टूट गई, जब उसने सुना कि यह हमारा मुरली था जो सुबह की गोलीबारी में मारा गया था.”
‘विश्वास नहीं हो रहा कि हमारा बेटा नहीं रहा’
उन्होंने कहा कि शुक्रवार की सुबह 8.00 बजे मुरली ने उन्हें वीडियो कॉल किया था और हमारे बारे में पूछताछ की थी. उसने कहा था कि वह उस दिन आराम करने वाला था. अब हमने उसे खो दिया है. मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है, वो अब इस दुनिया में नहीं है.
सेना का जवान मुरली ने नासिक के देवलाली में अपना प्रशिक्षण पूरा किया था. उसे पहले सिक्किम में तैनात किया गया था. उसके बाद उसे कश्मीर भेज दिया गया. वह परिवार के लिए कमाने वाला एकमात्र सदस्य था. उसके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं, जबकि उसकी मां दूसरे घरों में काम करती हैं. मुरली नाइक का परिवार 32 साल से कामराज नगर में रहते आए हैं.
घाटकोपर के उसी इलाके में रहने वाले श्रीधर नाइक ने मुरली को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जो हमेशा सेना में शामिल होने के लिए उत्सुक रहता था. उन्होंने बताया कि मुरली सेना में शामिल होना चाहता था, लेकिन उसके माता-पिता ने इस कदम का विरोध किया था. इसलिए वह चुपचाप भर्ती अभियान में चला गया.
शहीद मुरली के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव लाए जाने की संभावना है. क्षेत्र के कई लोग शहीद मुरली को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए वहां पहुंचेंगे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शहीद जवान को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीएम ने पीड़ित परिवार को दिया सहायता का भरोसा
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए सैनिक मुरली नाइक की मौत पर शोक जताया. उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, “शहीद मुरली नाइक को मेरी श्रद्धांजलि, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. मैं, उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और दुख की घड़ी में उनके साथ हूं. उन्होंने शोक संतप्त परिवार को पूरी सहायता देने का भरोसा दिया और मुरली के बलिदान को प्रेरणादायी बताया.”
सुप्रिया सुले ने भी जताया दुख
एनसीपी (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा, “मुरली नाइक के सर्वोच्च बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा. इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. मुरली नाइक को भावभीनी श्रद्धांजलि.”
मुरली के बलिदान को राष्ट्र याद रखेगा- विधायक पराग शाह
घाटकोपर पूर्व विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक पराग शाह ने भी नाइक को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया. मैं और घाटकोपर के सभी लोग नाइक परिवार के दुख की इस घड़ी में उनके साथ हैं. भगवान नाइक परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति दें. राष्ट्र शहीद स्वर्गीय मुरली नाइक के बलिदान को हमेशा याद रखेगा.