सीजी भास्कर, 3 भास्कर। रायगढ़ जिले में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार और अनुशासन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. के.वी. राव ने रायगढ़ और पुसौर विकासखंड के कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल रायगढ़, हाई स्कूल सूपा और हाई स्कूल बुनगा का आकस्मिक (Surprise School Inspection) निरीक्षण किया।
शासकीय कन्या शाला रायगढ़ में निरीक्षण के दौरान कक्षा 06 वीं के बच्चों द्वारा पहाड़ा नहीं बता पाने पर प्राचार्य को निर्देश दिए गए कि 20 तक के पहाड़े एक हफ्ते में याद कराएँ। इस दौरान ओपन स्कूल के परीक्षा का भी निरीक्षण किया गया। हाई स्कूल सूपा में कक्षा 06 वीं और 08 वीं के शिक्षक पुसौर प्रशिक्षण में होने के कारण अध्यापन अनुपस्थित पाया गया, जबकि व्याख्याता स्टाफ रूम में उपस्थित था। इस पर डीईओ ने सभी स्टाफ पर गहरी नाराजगी जताई और उनका एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। कक्षा 07 वीं के शिक्षक मिनकेतन पटेल द्वारा गाइड से पढ़ाने के बावजूद ब्लैक बोर्ड खाली पाए जाने पर स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया गया।
हाई स्कूल बुनगा में कक्षा 09 वी के छात्रों के लिए विषय शिक्षक अनुपस्थित पाए जाने और ब्लैक बोर्ड खाली होने पर प्राचार्य को आवश्यक सुधार करने और शिक्षकों को नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया। नवीन पुस्तकों के अध्यापन हेतु पाठ्यपुस्तक प्रशिक्षण शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुसौर में आयोजित किया गया। डीईओ ने गणित के अध्यापन में सरल प्रक्रियाओं पर चर्चा कर बच्चों को रोचक तरीके से पढ़ाने के लिए प्रेरित किया। निरीक्षण के दौरान डीएमसी नरेन्द्र चौधरी, एपीसी भुवनेश्वर पटेल, लेखापाल सुरेन्द्र पटेल और लोकेश गुप्ता उपस्थित थे।
डीईओ ने कहा कि (Teacher Accountability) सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण आवश्यक है और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। यह कदम शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए प्रेरक साबित होगा और (Student Learning) को बेहतर बनाने में मदद करेगा। निरीक्षण ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार और अनुशासन कायम रखने पर जोर दिया, जिससे कक्षा में शिक्षक और छात्र दोनों समय पर और सक्रिय रूप से शामिल हों। इसके माध्यम से (Surprise School Inspection) का महत्व स्कूलों में बढ़ाया जाएगा।
