सीजी भास्कर, 03 नवंबर | (Teacher Recruitment Chhattisgarh) को लेकर दुर्ग में आयोजित राज्योत्सव-2025 के पहले दिन शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि 5000 पदों में से 4700 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया वित्त विभाग से शुरू हो चुकी है। शेष 300 पद कंप्यूटर, योग और पीटी जैसे विषयों के शिक्षकों के लिए आरक्षित किए गए हैं।
हाईटेक शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम
मंत्री ने कहा कि अब राज्य हाईटेक शिक्षा (Hi-Tech Education) की ओर बढ़ रहा है। इसके लिए तकनीकी समझ वाले शिक्षकों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता रखी जाएगी और योग्य उम्मीदवारों को ही अवसर मिलेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भर्ती नोटिफिकेशन में देरी को लेकर कुछ लोग बिना जानकारी के भ्रम फैला रहे हैं।
Teacher Recruitment Chhattisgarh : बोर्ड टॉपर को मिलेगा 1 लाख का पुरस्कार
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने घोषणा की कि दुर्ग जिले के (Board Exam Topper) को 1 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि “प्रतिभा को पहचान देना सरकार की प्राथमिकता है। जो छात्र मेहनत से उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे, उन्हें हर स्तर पर प्रोत्साहन मिलेगा।”
बंद C-Mart को मिलेगा नया रूप
भिलाई के पावर हाउस स्थित बंद पड़े सी-मार्ट को लेकर भी मंत्री ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसे छत्तीसगढ़ी साज-सज्जा, श्रृंगार सामग्री और हस्तनिर्मित उत्पादों के शोरूम के रूप में विकसित किया जाएगा। यह पहल स्थानीय कारीगरों और महिला समूहों को नया मंच देगी।
Teacher Recruitment Chhattisgarh : राज्योत्सव में छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक
गंज मंडी परिसर में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। शिक्षा मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ अब वित्तीय अनुशासन, महिला सशक्तिकरण, कृषि विकास और सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्र में (Chhattisgarh Development) का उदाहरण बन चुका है।
उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सुशासन और पारदर्शिता के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।” राज्य निर्माण के 25 साल पूरे होने पर उन्होंने इसे अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ. रमन सिंह की नीतियों का परिणाम बताया, जिन्होंने छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भरता की दिशा दी।
Teacher Recruitment Chhattisgarh : विभागीय स्टॉलों में दिखी भीड़
कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों के स्टॉल आकर्षण का केंद्र बने। स्वास्थ्य विभाग ने टीबी, शुगर, बीपी जांच और आयुष्मान कार्ड जैसी सेवाएं दीं। शिक्षा विभाग ने (Teaching Learning Material) की प्रदर्शनी लगाई। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्रों की नई शिक्षण पद्धतियों का प्रदर्शन किया।
